रुद्रप्रयाग में निरन्तर हो रही बारिश के चलते केदारनाथ हाईवे पर स्थान बांसवाड़ा के पास भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र नासूर बना हुआ है।
इस स्थल पर मार्ग के खुलने एवं बाधित होने की आंख मिचौली बनी हुई है।
बीते 30 अगस्त को दिन के समय करीबन 7 से 8 घंटे व गत 31 अगस्त को भी लगभग 7 से 8 घंटे यहां पर मार्ग पूरी तरह से आवागमन हेतु बाधित रहा था।
आज एसपी रुद्रप्रयाग अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने इस स्थल पर बाधित चल रहे मार्ग का निरीक्षण कर सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से आवश्यक जानकारी ली गयी।
यहां पर यदि कुछ देर के लिए मार्ग आवागमन के लिए खुलता भी है तो वाहनों की आवाजाही के लिए काफी खतरनाक है।
यहां पर सीधी खड़ी चट्टान होने के कारण मलबा पत्थर अचानक से आ रहा है तथा नीचे सड़क फिसलन भरी व रपटने वाली बनी हुई है,
यहां पर विगत दिवसों में मार्ग खुलने के उपरान्त कई वाहन आवाजाही के दौरान फंस रहे हैं।
एसपी रुद्रप्रयाग ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी दिनों में मौसम के साफ होने तथा यहां पर आवागमन के पूर्ण रूप से सुचारु होने के उपरान्त ही यात्री वाहनों को आगे जाने दिया जायेगा।
उनके द्वारा मौके पर मार्ग खुलने का इन्तजार कर रहे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने तथा मौसम के आगामी दो तीन दिनों बाद सही होने के बाद केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने की सलाह दी गयी है।
जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद रुद्रप्रयाग में हो रही।
लगातार बारिश और मौसम विभाग द्वारा अगले तीन दिनों तक भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए।
जिला प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा को 1 सितम्बर से 3 सितम्बर तक अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया है।
यह निर्णय तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने सभी सम्बन्धित विभागों को सतर्क रहने और आवश्यक तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने जानकारी दी कि भारत मौसम केंद्र देहरादून द्वारा क्षेत्र में आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि यह निर्णय पूरी तरह से यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से लिया गया है।
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने यात्रियों से अपील की है कि वे फिलहाल अपनी यात्रा को स्थगित करें और अपने घरों में सुरक्षित रहें।
जो यात्री पहले से यात्रा पर हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रुकने और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया गया है।