प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में आज कांग्रेसजनों ने मुख्य वन संरक्षक कार्यालय का घेराव कर भालू एवं बाघ के आतंक से लोगों का निजात दिलाने की मांग की।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में कांग्रेसजन बडी संख्या में दिलाराम चौक पर एकत्रित हुए।
जहां से उन्होंने वन विकास निगम कार्यालय की ओर कूच किया तथा मुख्य वन संरक्षक कार्यालय का घेराव करते हुए ज्ञापन के माध्यम से भालू एवं बाघ के हमले से हो रहे नुकसान को रोकने की जबरदस्त मांग की।
मुख्य वन संरक्षक को सौंपे ज्ञापन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि राज्य के विभिन्न पर्वतीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में हाल के दिनों में जंगली जानवरों,
विशेषकर भालू एवं बाघ के हमलों की घटनाएँ तेज़ी से बढ़ी हैं। इन घटनाओं के कारण आम नागरिकों, किसानों,
महिलाओं, पशुपालकों तथा जंगलों में लकड़ी, चारा, पत्ती आदि के लिए जाने वाले लोगों विशेषकर महिलाओं में भारी भय व असुरक्षा का वातावरण बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि पिछले लगभग 6 माह से ग्रामीण क्षेत्रों से लगातार ऐसी घटनाएँ सामने आ रही हैं।
जिनमें भालू के हमले से गंभीर घायल होने, बाघ के शिकार बनने, तथा पालतू पशुओं के मारे जाने की घटनाओं में भारी वृद्धि हो रही हैं।
जहां एक ओर अकेले पौडी एवं चमोली जनपद में भालू एवं बाघ सैकड़ों पालतू जानवरों को अपना निवाला बना चुके हैं।
वहीं बाघ एवं गुल्दार के हमले में कई लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं तथा कई गम्भीर रूप से घायल हैं।
इन घटनाओं के कारण न केवल जान-माल का नुकसान हो रहा है बल्कि लोगों की आजीविका एवं सामान्य जीवन भी प्रभावित हो रहा है तथा लोग पर्वतीय जनपदों से पलायन को मजबूर हो रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने मुख्य वन संरक्षक से मांग की किः-
1. प्रभावित क्षेत्रों में भालू एवं बाघ के मूवमेंट का ट्रैकिंग एवं मॉनिटरिंग बढ़ाई जाए।
2. वन विभाग द्वारा रात के समय गश्त और निगरानी बढ़ाई जाए।
3. गाँवों के आसपास ट्रैंक्विलाइज़र टीम और आपातकालीन रेस्क्यू यूनिट तैनात की जाए।
4. मानव-वन्य जीव संघर्ष से पीड़ित परिवारों को तत्काल मुआवजा और उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
5. ग्रामीणों को जागरूक करने हेतु सुरक्षा एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएँ।
6. जहाँ आवश्यक हो वहाँ बाड़बंदी व चेतावनी संकेतक बोर्ड लगाए जाएँ।
7. वन विभाग, स्थानीय पंचायत एवं प्रशासन के बीच समन्वय तंत्र मजबूत किया जाए।
8. मानव एवं वन्य जीवों के मध्य संघर्ष को रोकने के लिए दो प्रकार की कार्य योजना तैयार की जाय।
पहली तात्कालिक योजना जिसके तहत इस प्रकार के प्रबन्ध किये जांय कि तत्काल इस संघर्ष में न्यूनता दर्ज की जाय,
दूसरी दीर्घ कालिक जिसके तहत इस प्रकार के प्रबन्ध किये जांय कि वन्य जीवों का रिहायशी इलाके में प्रवेश पूरी तरह से रोका जा सके।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि इस गंभीर समस्या के समाधान हेतु उपरोक्त मांगों पर त्वरित कार्रवाई की जाए।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वन विभाग इस जन-महत्व के विषय पर गम्भीरता से संज्ञान लेते हुए शीघ्र प्रभावी कदम उठायेगा।
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, कोषाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र सिंह भण्डारी, पूर्व विधायक राजकुमार,
महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला, महेन्द्र सिंह नेगी, विरेन्द्र पोखरियाल, महानगर अध्यक्ष डॉ0 जसविन्दर सिंह गोगी,
जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, प्रभुलाल बहुगुणा, सुरेन्द्र सिंह रांगड़, संजय शर्मा,
उपेन्द्र थापली, अश्विनी बहुगुणा, प्रदेश प्रवक्ता डॉ0 प्रतिमा सिंह, राजेश चमोली, शीषपाल बिष्ट, ओम प्रकाश सती बब्बन,