चमोली – ज्योतिर्मठ स्थिति सेना के अस्पताल में 44 श्रमिकों का इलाज चल रहा है, जबकि 2 को ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया है। 44 श्रमिकों में सभी खतरे से बाहर है।
उपचार ले रहे श्रमिकों में पिथौरागढ़ के रहने वाले गणेश कुमार ने बताया कि मुझे तो बचने की उम्मीद ही नहीं थी लेकिन सरकार के रेस्क्यू अभियान के कारण आज मैं बिल्कुल सुरक्षित हूं।
अस्पताल में 44 श्रमिकों का इलाज चल रहा है जिसमें 1.सत्य प्रकाश यादव ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश 2. दिलीप कुमार बलिया उत्तर प्रदेश 3 पिंटू कुमार पश्चिमी चंपारण, बिहार बिहार 4. सुखदेव पेशवा, मथुरा उत्तर प्रदेश।
4. सुखदेव पेशवा, मथुरा उत्तर प्रदेश 5. अभिनाश कुमार पश्चिमी चंपारण बिहार 6. दिलेर सिंह महानपुर, कठुआ, जम्मू 7. जगबीर सिंह पीओ – भोएवाली, अजनाला, अमृतसर, पंजाब पंजाब 8. अभिषेक पंवार उत्तरकाशी उत्तराखंड
9. अभिषेक आनंद मधेपुरा बिहार 10. नरेश सिंह बिष्ट हल्दवानी, नैनीताल, उत्तराखंड 11. मनोज भंडारी जंगा, उत्तरकाशी उत्तराखंड 12. विपन कुमार कालेला, हिमाचल प्रदेश हिमाचल प्रदेश 13 गोपाल दत्त जोशी चमोली उत्तराखंड।
14.विजयपाल मुरादाबाद उत्तर प्रदेश 15. गणेश कुमार बरेट बाफिला, थर्प, पिथौरागढ़ डीडीहाट, उत्तराखंड 16. बलवंत सिंह सामंत पिथौरागढ़ उत्तराखंड।
17. दीक्षित सिंह बिष्ट हलद्वानी उत्तराखंड 18. लक्ष्मण सिंह सामंत पिथौरागढ उत्तराखंड 19. गोविंद सिंह खैराल, छाता, मथुरा उत्तर प्रदेश 20. विवेक सिंह नगला बिरजा, सेमरी पो: छाता, मथुरा उत्तर प्रदेश।
21.राजेंद्र सिंह खैरलाल 3 3/4, बिस्वा बांगर, मथुरा उत्तर प्रदेश 22.लड्डू कुमार पंडित बहरखाल रमैली,कटिहार, बिहार 23.चंद्रभान सिंह-उत्तर प्रदेश 24.जितेश कुमार-बिहार 25.जहिंद्रा प्रसाद सिंह-बिहार
26.नरेश रजक-बिहार 27.विजय कुमार-बिहार 28.सुपारी-नेपाल 29.हरि बहादुर-नेपाल 30. नर बहादुर- नेपाल 31. नरेन्द्र- नेपाल 32. जय शंकर- नेपाल 33.सूर्य- नेपाल 34. हरि कृष्ण- नेपाल 35. करण प्रसाद- नेपाल 36. सिंघा- नेपाल 37. महेंदर- नेपाल।
38. राम सुजान सिंह 251, बलिया, चिकहर, रसड़ा, उत्तर प्रदेश 39. इंद्रजीत कुमार भारती- बिहार 40. धीरज कुमार पासवान- बिहार 41. मुन्ना प्रसाद- बिहार 42. किसान कुमार- बिहार।
43.पंकु-प्रदेश हिमाचल चम्बा 44.अनिल बराल हिमाचल प्रदेश 45. पवन संभल, उ.प्र. उत्तर प्रदेश एम्स ऋषिकेश रेफर हुए 46. अशोक कुमार पिथौरागढ, डीडीहाट, उत्तराखंड एम्स ऋषिकेश में एडमिट है।
इसी क्रम में उत्तरकाशी के रहने वाले मनोज भंडारी ने रेस्क्यू अभियान की प्रशंसा की। भारतीय सेना और प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इतने मुश्किल समय में सरकार ने हमारी बहुत मदद की ।
सेना अस्पताल मे ही उपचार करवा रहे मुरादाबाद के विजयपाल ने बताया कि 28 फरवरी को जब ग्लेशियर से हमारे कंटेनर पर गिरा तो हम घबरा गए लेकिन आर्मी कैंप में हमें सेना ने सुरक्षित रात भर रखा और अगले दिन रेस्क्यू अभियान में हमें सेना के अस्पताल ज्योतिर्मठ में सुरक्षित लाया गया।