नैनीताल पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
यह गिरोह आगामी कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) परीक्षा 2025 को निशाना बनाकर सुनियोजित ढंग से नकल की साजिश रच रहा था।
पुलिस ने इस कार्रवाई में आरोपियों के कब्जे से दो लैपटॉप, कई मोबाइल फोन और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के निवासी हैं।
ये लोग तकनीकी उपकरणों और अन्य संसाधनों का उपयोग कर परीक्षा में नकल कराने की योजना बना रहे थे।
नैनीताल पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर इस गिरोह की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी।
एक सटीक और सुनियोजित छापेमारी के बाद पुलिस ने इन नौ लोगों को धर दबोचा।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह संगठित रूप से काम कर रहा था और इसका नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हो सकता है।
बरामद उपकरणों और दस्तावेजों की जांच से पता चला है कि ये लोग पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने में शामिल रहे होंगे।
पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और इसके पीछे काम कर रहे मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए गहन जांच कर रही है।
नैनीताल पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हमारी टीम ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की और इस साजिश को नाकाम कर दिया।
हमारी प्राथमिकता है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे। इस तरह के तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।”
पुलिस ने बरामद सामग्री की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है ताकि गिरोह के अन्य सहयोगियों और उनकी कार्यप्रणाली का पता लगाया जा सके।
साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस गिरोह का संबंध किसी बड़े रैकेट से है। पुलिस ने अभ्यर्थियों और जनता से अपील की है।
कि वे ऐसी गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
यह कार्रवाई न केवल नैनीताल पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है।