उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) आनंद स्वरूप ने चेतावनी जारी करते हुए।
कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में भारी वर्षा का प्रभाव मैदानी क्षेत्रों पर भी पड़ सकता है। नदियों के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ और जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
इसके मद्देनजर, स्वरूप ने सभी संबंधित विभागों को ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने विशेष रूप से सैटेलाइट फोनों की नियमित मॉनिटरिंग और उनके उचित रखरखाव पर जोर दिया, ताकि आपदा के दौरान संचार व्यवस्था सुचारू रहे।
आनंद स्वरूप ने अधिकारियों से त्वरित और प्रभावी कदम उठाने को कहा, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में जनहानि और नुकसान को न्यूनतम रखा जा सके।