Arrested :- एसटीएफ की नजरों में हाकम के दोस्त, दोस्तों में मचा हड़कंप सूत्र ?

देहरादून 21 सितम्बर 2025।

 उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएससी) की स्नातक स्तरीय परीक्षा से पूर्व सेंधमारी का भंडाफोड़ करते हुए।

दून पुलिस और उत्तराखंड एसटीएफ ने  नकल माफिया के रूप में बहुचर्चित हाकम सिंह और उसके सहयोगी को दबोच लिया।

सूत्रों की मानें तो अब एसटीएफ के रडार पर कुख्यात नकल माफिया हाकम सिंह रावत के साथ थाईलैण्ड के पांच-सितारा होटलों और समुद्र में गोता लगाने वाला दोस्तों की गिरफ्तारी करने में जुटी है।

उत्तराखंड राज्य के बेरोजगारों की पाप की कमाई से समुद्र में गोता लगाने वाले दोस्त अब 24 घंटे में गिरफ्तारी हो सकती है।

सूत्रों की मानें तो एसटीएफ राडार पर उत्तरकाशी जिले के यमुना घाटी के एक जनप्रतिनिधि है। ‌

जो नकल माफिया हाकम सिंह रावत के पापा की कमाई से मोरी के सेंचुरी क्षेत्र में अवैध रूप से बने होटल को जब वन विभाग ध्वस्त कर रहे थे।

तब हाकम का दोस्त इस का विरोध कर था। इतना ही नहीं जब हाकम सिंह रावत को वर्ष 2023 में एसटीएफ ने देहरादून स्थित सुद्धवाला जेल में था तब कौन- कौन मिलने जाते थे ।

और हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हाकम की जमानत के लिए कौन छटपटा रहा था। इन बिंदुओं पर एसटीएफ की जांच पूरी हो चुकी है।

सूत्रों की मानें तो जल्द हाकम सिंह के आका इस जनप्रतिनिधि की गिरफ्तारी कर सकता है एसटीएफ।

बता दें कि शनिवार देर शाम एसएसपी अजय सिंह और एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने पत्रकारों को बताया कि नकल माफिया के सभी साथियों पर पेनी नजर बनाए हुए हैं।

देहरादून एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में नकल माफिया हाकम सिंह के साथ पकड़े गए पंकज गौड़ पर अब कई सवाल उठ रहे हैं।

चर्चाओं का बाज़ार गर्म है कि पंकज के सिर पर किसी राजनीतिक आका का संरक्षण था! अगर चर्चा सही हैं तो

आखिर पंकज किसका नज़दीकी है, किसके बलबूते वह इतना बड़ा खेल खेलने की हिमाकत कर रहा था!

सबसे अहम सवाल यह है कि क्या पंकज को संरक्षण देने वाले के तार सत्तारूढ़ दल से जुड़े हुए हैं!

और क्या देहरादून पुलिस व एसटीएफ की जांच की पकड़ इन राजनीतिक आकाओं तक पहुंचेगी या फिर मामला हमेशा की तरह छोटे मोहरों पर ही खत्म कर दिया जाएगा!

ध्यान देने वाली बात यह भी है कि कुछ मंचों पर हाकम से नज़दीकी दिखाने वाले कई चेहरे अब खामोशी की चादर ओढ़े हुए हैं।

वही चेहरे, जो कभी उसकी दोस्ती और पहुंच का मंचों से खुलेआम दंभ भरते थे।

अब देखना दिलचस्प होगा कि एसटीएफ और पुलिस सिर्फ गिरफ्तारियों तक सीमित रहती है,

या फिर बड़े राजनीतिक आकाओं तक भी हाथ डालने का साहस दिखाती है। यही इस जांच की असली अग्निपरीक्षा होगी?

बडकोट पुलिस ने रविवार को नकल माफिया हाकम सिंह के दोस्त नगरपालिका बड़कोट के अध्यक्ष विनोद डोभाल बड़कोट स्थित होटल, पालिकाध्यक्ष कार्यालय में दबिश दी है।

बताया जा रहा कि पालिकाध्यक्ष बड़कोट फरार चल रहा है।

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