उत्तराखंड नर्सिंग एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष नवल पुंडीर ने कहा कि नर्सिंग एकता मंच ने अपनी मांगों को लेकर अभी कुछ दिनों पहले सचिवालय कुच किया गया था।
जिसमें सभी नर्सिंग स्टाफ लंबे समय से अपनी मांगे पूरी न होने पर नाराज दिखे जिसके चलते उन्होंने सचिवालय का घेराव किया था।
सचिवालय घेराव के बाद नर्सिंग एकता मंच ने सरकार को 1 हफ्ते का समय दिया जिसमें उनकी मांगे पूरी की जाए इसके संबंध में ज्ञापन भी सौंपा था।
लेकिन 1 हफ्ता बीत जाने के बाद उनकी मांगे को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया।
इसी संबंध में आज उत्तराखंड नर्सिंग एकता मंच द्वारा प्रेस वार्ता की गई जिसमें उन्होंने कहा आगामी 5 दिसम्बर से उनका अनिश्चितकालीन धरना शुरू हो रहा है। जिसमें अलग जिलों से नर्सिंग स्टाफ शामिल होगा।
नर्सिंग एकता मंच की मुख्य मांगें इस प्रकार से है,
-पोर्टल को तुरंत बंद किया जाए, चल रहे पोर्टल अभ्यर्थियों के बीच भ्रम और असमानता पैदा कर रहा है।
जब तक भर्ती प्रक्रिया स्पष्ट रूप से तय न हो जाए, पोर्टल को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए।
– नर्सिंग व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े अभ्यर्थी वर्षों से भर्ती का इंतजार कर रहे हैं।
वर्षवार भर्ती लागू होने से पारदर्शिता बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा संतुलित होगी
और लंबे समय से तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को न्याय मिलेगा
– शिक्षास्वास्थ्य और चिकित्सा स्वास्थ्य की भर्ती एक साथ निकाली जाए। विभागवार अलग-अलग समय पर निकाली जा रही भर्तियों के कारण अभ्यर्थियों में भ्रम की स्थिति बनती है।
दोनों विभागों की भर्ती एक साथ जारी की जाए ताकि प्रक्रिया सरल व एक समान हो।
– राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत करने के लिए आवश्यक है कि भर्ती प्रक्रिया आईपीएचसी (भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानक) के अनुसार की जाए।
इससे—
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी।जनसंख्या अनुपात के अनुसार वैज्ञानिक ढंग से स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित होगी
-अतः अभ्यर्थियों की मांग है की वर्षवार भर्ती तुरंत लागू की जाए और ओवर-एज होने की स्थिति में अभ्यर्थियों को विशेष आयु-छूट प्रदान की जाए
उनका कहना है जल्दी ही सरकार उनकी मांगे को लेकर कोई निर्णय ले।