परेड ग्राउंड में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन को एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी ने सरकारी संसाधनों की लूट का अधिवेशन करार दिया है।
राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए एनएसयूआई के अध्यक्ष विकास नेगी ने कहा कि परेड मैदान,
स्मार्ट सिटी पार्क और खेलकूद परिसर का जिस प्रकार से अधिवेशन के नाम पर दुरुपयोग हो रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है।
सरकार के दबाव में राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का इस्तेमाल सरकार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के तौर पर कर रही है।
ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय जैसे कई विश्वविद्यालय अपना शैक्षणिक दायित्व भूल कर शिक्षा का राजनीतिककरण कर रहे हैं।
अधिवेशन के नाम पर एबीवीपी द्वारा सरकारी भवनों की दीवारों को बदरंग कर दिया गया है जो आपराधिक कृत्य में आता है।
एबीवीपी के छात्रों द्वारा सत्ता के संरक्षण में सरकारी विभागों शिक्षण संस्थानों और व्यवसायियों से अवैध वसूली की जा रही है।
हम सरकार से मांग कर रहे हैं कि सरकार जवाब दे की एबीवीपी के सम्मेलन के लिए स्मार्ट सिटी पार्क और खेलकूद परिसर का उपयोग करने पर एबीवीपी से कितना शुल्क लिया गया है।
एनएसयूआई के अध्यक्ष ने कहा कि हम बिरसा मुंडा के सामाजिक योगदान का सम्मान करते हैं।
लेकिन उत्तराखंड में आयोजित हो रहे इस अधिवेशन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जिस तरह से उत्तराखंड के किसी खास विभूति का स्मरण तक नहीं किया।
उससे निश्चित तौर पर राज्य के महापुरुषों का अपमान हुआ है। इसके लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए ,
प्रेस वार्ता में अभय कैंतुरा, अमित जोशी पुनीत राज कृष्ण कुमार आदि लोग सम्मिलित थे।