देहरादून 19 जुलाई 2025। उत्तर प्रदेश एटीएस ने एसएसपी देहरादून से सम्पर्क कर गोपनीय सूचनाओं का आदान प्रदान किया गया और उन्होंने देहरादून में एक संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी साझा की।
आगरा में धर्मान्तरण रैकेट के सम्बन्ध मे दर्ज मुकदमे में शंकरपुर सहसपुर निवासी अब्दुल रहमान को पूछताछ को हिरासत में लेने तथा अभियोग से सम्बन्धित अन्य सूचनाओं को साझा किया गया था।
इन सूचनाओं पर एसएसपी देहरादून ने एसपी देहात के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। गठित टीम ने प्राप्त जानकारी के आधार पर सूचनाएं एकत्रित की गई तथा कुछ संदिग्ध इन्टाग्राम आई०डी० की मॉनिटरिंग की गई थी।
साथ ही एसटीएफ टीम को टैक्निकल सहयोग हेतु शामिल किया गया। उत्तराखण्ड से सम्बन्धित इन्टाग्राम आई०डी० की जानकारी करने पर रानीपोखरी क्षेत्र में एक संदिग्ध युवती की आई०डी० की जानकारी प्राप्त हुई,
साथ ही उस महिला के आगरा में पंजीकृत अभियोग में यू0पी0 एटीएस द्वारा शंकरपुर सहसपुर से हिरासत में लिये गये व्यक्ति के सम्पर्क में होने की जानकारी मिली,
जिस सम्बन्ध में पुलिस टीम द्वारा उक्त युवती से सघन पूछताछ करते हुए उस गिरोह द्वारा धर्मान्तरण के लिये अपनाई जा रही मोडस ओपरेन्डी से युवती के परिजनों को अवगत कराते हुए विस्तृत जानकारी दी गई।
जिस पर युवती के पिता राजकुमार बजाज पुत्र जगदीश लाल निवासी: दोनाली, घमण्डपुर रानीपोखरी ने भी अपनी पुत्री को धर्मान्तरण के लिये कुछ मुस्लिम युवकों व युवती के विवश करने के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए।
इस सम्बन्ध में एक तहरीर थाना रानीपोखरी पर दी गई, जिसके आधार पर थाना रानीपोखरी में उत्तराखण्ड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया।
इन प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने आगरा पुलिस से लगातार सम्पर्क में रहकर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है।
अब तक अभियुक्तों से उत्तराखण्ड में किसी अन्य स्थान पर इस प्रकार का कोई कृत्य किये जाने की जानकारी प्राप्त नहीं हुई है,
पुलिस जांच में युवती के उत्तर प्रदेश, गोवा तथा दिल्ली में कुछ संदिग्ध इन्स्टाग्राम आई0डी0 से सम्पर्क में होने की जानकारी प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर सम्बन्धित स्थानों पर टीमें रवाना की गई हैं।
दून पुलिस ने इन प्रकरण में धर्मान्तरण के साथ-साथ अवैध फंडिंग से सम्बन्धित पहलुओं की भी जांच की जा रही है।