जिलाधिकारी सविन बंसल ने सेरागांव व मझाड़ा ,कार्लिगाड़ व माल देवता और सहस्रधारा क्षेत्र में पुनर्निर्माण के कार्यों का जायज है लिया।
उन्होंने कहा कि मानसून सीजन में हर साल बाढ़ और बारिश के कारण काफी नुकसान होता है जिसके लिए इन क्षेत्रों में बने रिसॉर्ट और कमर्शियल स्ट्रक्चर काफी हद तक जिम्मेदार हैं।
और इन पर प्रशासन अब एक अभियान के तहत कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है जिसकी रिपोर्ट जल्द राज्य सरकार को सौंपी जाएगी।
देहरादून के सहस्त्रधारा में पिछले दिनों बाढ़ और बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ जहां कार्लिगाड़ व मझाड़ा और सेरा गांव में जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ।
जिसे अब दोबारा पटरी पर लाने के लिए प्रशासन ताकत केेेेे साथ लगा हुआ है और आपदाग्रस्त क्षेत्र में बिजली पानी और सड़क पुनर्निर्माण के कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
और जिला प्रशासन लगातार इन कार्यों की समीक्षा भी करता रहता है।
वही इस बार प्रशासन पुनर्निर्माण कार्यों के साथ-साथ इन क्षेत्रों में सरकारी जमीनों और नदियों पर अतिक्रमण करके बनाए गए रिसॉर्ट और कमर्शियल बिल्डिंग पर भी डिजिटल स्ट्राइक की तैयारी में है।
जिससे नदियों पर हुए अतिक्रमण को खाली कराकर उन्हें पुराने स्वरूप में लाया जाए और आने वाले समय में बाढ़ और बारिश की वजह से नुकसान की संभावना को काम किया जाए।
देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि “प्रशासन स्तर पर एक टीम जल्द इस क्षेत्र में बने ऐसे रिसॉर्ट और कमर्शियल बिल्डिंग की एक रिपोर्ट तैयार करेगी।
जिन्होंने नदियों और सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करके निर्माण किया है जिसे सरकार को सौंपकर उन सभी पर जल्द कारवाई की जाएगी।
और ऐसे रिजॉर्ट और कमर्शियल बिल्डिंग को उनकी वेबसाइट पर ही ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।