देहरादून – देहरादून शहर में बढ़ते ट्रैफिक को व्यवस्था रूप से चलाने के लिए लोक निर्माण विभाग का एक बड़े प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने जा रहा हैं।
विभाग को अपने इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए शहर के लगभग ढाई हजार से ज्यादा मकानों को तोड़ने की जरूरत पड़ रही है।
उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी देहरादून में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए शहर को जाम से राहत दिलाने के लिए और ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलने के लिए शहर की दो बड़ी नदियों रिस्पना और बिंदल नदी पर एलिवेटेड रोड़ बनाया जा रहा है।
वही रिस्पना नदी पर 11 किलोमीटर और बिंदाल नदी पर 15 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड़ बनाया जा रहा है। इसी के चलते बिंदाल नदी पर बनने वाले 15 किलोमीटर के एलिवेटेड रोड़ के चलते करगीग्रांट, ब्राह्मण वाला, निरंजनपुर, कमली रोड, देहरा खास, डोभाल वाला, चुक्कू मोहल्ला,
विजयपुर, हाथीबड़कला, जौहरी, मालसी और किशनपुर सहित डाकपत्ति वाला क्षेत्र प्रभावित होगा और यहां पर जमीनों का अधिग्रहण किया जाना है।
बिंदल नदी पर बनने वाला यह हाईवे एलिवेटेड रोड हरिद्वार बाईपास से बिंदलपुर होते हुए नदी के ऊपर होते हुए मसूरी रोड़ मैक्स अस्पताल तक जाएगी जिसकी जद में 943 पक्के और 560 कच्चे मकान आएंगे।
वही इसके अलावा रिस्पना नदी के ऊपर बनने वाले 11 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड रोड़ के बनाने के लिए धर्मपुर, डालनवाला, झारखंड,कंडोली, धोरन खास, भगत सिंह कॉलोनी, राजीव नगर इत्यादि इलाकों की जमीन अधिग्रहित की जाएंगी।
रिस्पना पुल से बनने वाले इस एलिवेटेड रोड में 399 कच्चे और 771 पक्के मकान जद में आ रहे हैं जिनमें से कुछ पूरी तरह से और कुछ का आंशिक रूप से अधिग्रहण किया जाएगा।
बता दें कि रिस्पना नदी के ऊपर बनने वाले एलिवेटेड रोड के लिए 44.6421 और बिंदाल नदी के लिए 43.9151 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है।
इसमें 26 मोहल्लों की भूमि शामिल है और इस भूमि पर 2619 कच्चे और पक्के मकान बने हुए हैं जो कि इस प्रोजेक्ट के जद में आने की वजह से तोड़े जा सकते हैं। इनमें से कुछ मकान पूरी तरह से तोड़े जा सकते हैं।
तो वहीं कुछ का आंशिक रूप से अधिग्रहण किया जा सकता है। लोक निर्माण विभाग के विभाग अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि देहरादून के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का कार्य बहुत तेज गति से चल रहा है उन्होंने बताया कि फिलहाल अभी प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे चल रहा है और सर्वे के बाद अधिग्रहण की कार्रवाई की जाएंगी और अधिग्रहण पूरा होने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।