देहरादून- पर्यावरण संरक्षण के लिए अस्थाई राजधानी देहरादून में सुबह काफी संख्या में स्थानीय नागरिकों व पर्यावरण प्रेमियों ने देहरादून में विकास के नाम पर कांटे जा रहे पेड़ों को बचाने के लिए मार्च निकाला।
यह मार्च दिलाराम तिराहा से होते हुए हाथीबड़कला चौकी तक निकाले गए मार्च का आह्वान सिटीजंस फॉर ग्रीन दून और देहरादून सिटीजंस फोरम ने किया,
जिसमें 30 से अधिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मार्च में शामिल पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि भानियावाला -ऋषिकेश हाईव को चौड़ा करने और आशारोड़ी-झाझरा।
व झाझरा-मसूरी के बीच सड़कों के निर्माण के लिए बड़ी संख्या में पेड़ों के प्रस्तावित कटान का दूनघाटी के पर्यावरण पर बेहद गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
कभी अपनी हरियाली और खुशगवार आबो-हवा के लिए विख्यात रही दूनघाटी में लगातार पेड़ों के कटान से हालात लगातार भयावह हो रहे हैं।
देहरादून सिटीजंस फोरम के संयोजक अनूप नौटियाल ने कहा कि पिछले साल भीषण गर्मी इसी का परिणाम रहा इसलिए सरकार को विकास की अपनी नीति पर पर्यावरण के अनुकूल रखना होगा।