देहरादून – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च से देहरादून की सड़कों पर महिला सारथी अब महिला मुसाफिरों को मंजिल तक पहुंचाने का काम करेंगी।
योजना की लांचिंग के दौरान महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि परिवहन क्षेत्र में महिलाएं पीछे थी लेकिन अब इस क्षेत्र में भी महिलाएं अपना परचम लहराएंगी।
आईआरडीटी सभागार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने महिला सारथी योजना की लांचिंग की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रतिभागियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण दिशा में लगातार प्रयासरत है और हमने हाल ही में कई योजनाएं सिर्फ महिलाओं के लिए शुरू की है।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने की शुरुआत एक बालिका के जन्म के समय से ही की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने में सबसे ज्यादा योगदान खुद महिलाओं का होना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि महिला सारथी योजना प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
उन्होंने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट की प्रगति 6 महीने देखने के बाद इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी है। कार्यक्रम में पांच विभिन्न पुरुष प्रभुत्व वाले क्षेत्रों में नाम कमाने वाली पांच महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।
महिला सारथी के पायलट प्रोजेक्ट के लिए वाहनों की व्यवस्था चेंबर ऑफ़ बिजनेस एंड एंटरप्रेन्योर (india) काउंसिल के द्वारा की गई है। जिसमें आज से एक सप्ताह के लिए मुफ्त राइड रखी गयी है।
और जब इस योजना का विस्तार पूरे प्रदेश में किया जाएगा और उसके लिए अधिक वाहनों की आवश्यकता पड़ेगी तब प्रशिक्षित महिलाओं को आसान शर्तों पर लोन दिलवाकर वाहनों का इंतजाम किया जाएगा।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष गीता खन्ना, सचिव चंद्रेश कुमार, निदेशक प्रशांत आर्य आदि मौजूद रहे।