देहरादून – देहरादून नगर निगम ने पर्यावरण संरक्षण और नियमों के अनुपालन को लेकर एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। नगर निगम के वार्ड संख्या 1, मालसी क्षेत्र में बिंदाल नदी के किनारे बिना अनुमति के किए जा रहे।
अवैध पुस्ता निर्माण को नगर निगम की टीम ने तत्परता से हटाकर स्थल को अतिक्रमण मुक्त कर दिया। यह कार्रवाई नगर आयुक्त नमामि बंसल के निर्देशों के अनुपालन में की गई, जिसने नदी किनारे अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन की सख्त नीति को रेखांकित किया।
जानकारी के अनुसार, मालसी क्षेत्र में बिंदाल नदी के तट पर कुछ व्यक्तियों द्वारा बिना किसी वैधानिक अनुमति के पुस्ता निर्माण का कार्य शुरू किया गया था। इस अवैध गतिविधि की सूचना मिलते ही नगर निगम की टीम ने त्वरित कार्रवाई की।
नगर आयुक्त के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और इसे अवैध पाया। इसके बाद, बुलडोजर और अन्य उपकरणों की सहायता से अवैध पुस्ते को ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों और पर्यावरण प्रेमियों ने नगर निगम के इस कदम की सराहना की।
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि बिंदाल नदी देहरादून की प्रमुख नदियों में से एक है और इसके किनारे अवैध निर्माण न केवल पर्यावरण के लिए खतरा है, बल्कि बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के जोखिम को भी बढ़ाता है।
नदी के प्राकृतिक प्रवाह को बाधित करने वाले ऐसे निर्माण नदी तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं और आसपास के क्षेत्रों में जलभराव की समस्या को जन्म दे सकते हैं। इसीलिए नगर निगम ने इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई को प्राथमिकता दी।
नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि शहर में किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य देहरादून को स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है। नदियों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
बिना अनुमति के कोई भी निर्माण कार्य स्वीकार्य नहीं होगा।” इस कार्रवाई के बाद नगर निगम ने अन्य क्षेत्रों में भी अवैध निर्माणों पर नजर रखने के लिए विशेष निगरानी टीमें गठित करने का निर्णय लिया है।
स्थानीय निवासियों ने इस कार्रवाई को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। एक स्थानीय निवासी, रमेश जोशी ने कहा, “बिंदाल नदी हमारे लिए जीवन रेखा है। अवैध निर्माण से नदी का प्रवाह बाधित हो रहा था,
जिससे क्षेत्र में जलभराव की समस्या बढ़ सकती थी। नगर निगम की इस कार्रवाई से हम सभी राहत महसूस कर रहे हैं।”
नगर निगम ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी निर्माण कार्य से पहले संबंधित विभाग से उचित अनुमति प्राप्त करें।
साथ ही, अवैध निर्माण की सूचना देने के लिए नगर निगम के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने का आग्रह किया गया है। इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि देहरादून नगर निगम शहर की सुंदरता, सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए कटिबद्ध है।
उपरोक्त कार्रवाई के दौरान उपनगर आयुक्त गोपाल राम बेनीवाल कर अधीक्षक राहुल कैंथोला एवं नगर निगम की टीम उपस्थित रही।