अक्सर चर्चाओं में रहने वाले परिवहन निगम एक बार फिर चर्चाओं में आ गया है।
यात्रियों को आवाजाही करने में सहूलियत देने वाला यह विभाग किसी न किसी वजह से हड़ताल और आंदोलन के भेंट चढ़ता रहा है।
ऐसे में एक बार फिर परिवहन निगम की बसें हड़ताल की भेंट चढ़ाने जा रही है। परिवहन निगम से अनुबंधित बस संचालकों ने अपने बसों के संचालक को 7 अगस्त से ठप करने का निर्णय लिया है।
जिसकी मुख्य वजह यह है कि पिछले 3 महीने से अनुबंधित बस संचालकों का भुगतान नहीं हो पाया है।
खास बात यह है कि अनुबंधित बस संचालकों की 205 बसे दिल्ली रूट पर संचालित होती है। जिसके चलते यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
अनुबंधित बस संचालक लंबे समय से अपने भुगतान को लेकर परिवहन निगम मुख्यालय का चक्कर काट रहे हैं।
लेकिन अभी तक भुगतान की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। इसी क्रम में अनुबंधित बस संचालकों ने सोमवार को परिवहन निगम मुख्यालय पहुंचकर अधिकारियों से बातचीत की लेकिन,
कोई ठोस निर्णय नहीं हो पाया है ऐसे में इन संचालकों ने निगम के महाप्रबंधक पवन मेहरा को ज्ञापन सौंप कर 7 अगस्त से अनुबंधित बसों के संचालक को रोकने की बात कही है।
वर्तमान समय में 350 अनुबंधित बसों का संचालन प्रदेश में किया जा रहा है। लेकिन अनुबंधित बस संचालकों को मई और जून महीने का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है।
इससे नाराज संचालकों ने बसों के संचालक को ठप करने का निर्णय लिया है।
अनुबंधित बस स्वामी संघ के अध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश भर में कुल 350 अनुबंधित बसों का संचालन किया जा रहा है।
जिसमें 205 बसों का संचालन अलग- अलग डिपो से दिल्ली रूट पर की जा रही है।
ऐसे में अपनी समस्याओं को लेकर अधिकारियों से मुलाकात करने पहुंचे थे लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला है।
ऐसे में 7 अगस्त तक अगर भुगतान नहीं किया गया तो वाहनों का संचालन रोक दिया जाएगा।
क्योंकि उनके पास ना तो चालकों को सैलरी देने के लिए भी पैसे नहीं है। ऐसे में दिल्ली रूट के साथ ही अन्य रूटों पर संचालित सभी अनुबंधित बसों के संचालन को रोक दिया जाएगा।
साथ ही अध्यक्ष चौहान, ने कहा कि महानिदेशक वित्त क्रांति सिंह के साथ वो काम नहीं करना चाहते है, क्योंकि वो भुगतान नहीं करना चाह रहे है।
अनुबंधित बस स्वामी संघ के संरक्षक अरुण राजपूत ने कहा कि पिछले कुछ महीने से बकाया भुगतान समेत तीन बिंदुओं को लेकर अधिकारियों से बातचीत की है।
इससे पहले भी अधिकारियों को इस बात से अवगत कराया जा चुका है कि वाहन स्वामियों के पास चालकों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं है।
बावजूद इसके अभी तक पेमेंट नहीं किया गया है। जिसके चलते वाहन स्वामी वाहन लोन की ईएमआई भी नहीं भर पा रहे है।
बावजूद इसके परिवहन निगम की ओर से कोई भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में 7 अगस्त को अनुबंधित बसों का संचालन रोक दिया जाएगा।
इस पूरे मामले पर प्रबंध निदेशक रीना जोशी ने कहा कि अनुबंधित बस स्वामी संघ के पदाधिकारी मिलने आए थे और उन्होंने अपना ज्ञापन भी सौंपा है।
परिवहन निगम में दो तरह के सीजन होते है जिसमें एक लीन और एक पीक सीजन होता है।
पीक सीजन के दौरान परिवहन निगम को अधिक आमदनी होती है जिस दौरान कोशिश किया जाता है।
कि बस संचालकों को समय पर भुगतान किया जाए, लेकिन लीन सीजन के दौरान समय पर भुगतान नहीं हो पाता है।
ऐसे में निगम के पास जैसे ही पेमेट आएगा, बस संचालकों को भुगतान कर दिया जाएगा। ऐसे में हड़ताल की नौबत नहीं आएगी।