रुद्रप्रयाग- देवरियाताल-चोपता ट्रेक पर निकले तीन ट्रेकर्स का सफर उस समय खतरनाक हो गया जब जंगल में आग लगने के कारण वे रास्ता भटक गए। जिला नियंत्रण कक्ष, रुद्रप्रयाग से मिली जानकारी के अनुसार,
तीनों ट्रेकर्स में से एक व्यक्ति को चोट लगने के कारण वह रास्ते में रुक गया। उसके साथ एक साथी वहीं रुक गया, जबकि तीसरा व्यक्ति सहायता के लिए नीचे गया, लेकिन उसे भी पैर में चोट लग गई।
डीडीआरएफ और वन विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो व्यक्तियों को ट्रेक पर ढूंढ लिया गया वहीं तीसरे लापता व्यक्ति को खोजने की जिम्मेदारी एसडीआरएफ ने उठाई।
इंस्पेक्टर कर्ण सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम ने लगभग 08 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके घायल व्यक्ति अधिराज चौहान (उम्र 21 वर्ष, निवासी उदयपुर, राजस्थान) को घने जंगल से ढूंढ निकाला।
एसडीआरएफ टीम द्वारा घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार देकर कड़ी मशक्कत करते हुए स्ट्रेचर की सहायता सुरक्षित मुख्य मार्ग तक पहुँचाकर उपचार हेतु अस्पताल पहुँचाया गया।
अन्य दो ट्रेकर्स को भी सुरक्षित नीचे लाये जाने के लिए डीडीआरएफ व फॉरेस्ट की टीम की सहायता के लिए एसडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम सोनप्रयाग से SI धर्मेंद्र पंवार के नेतृत्व में मौके के लिए रवाना हो गयी है।
देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एसडीआरएफ की दूसरी टीम द्वारा लगभग 06 किमी पैदल ट्रेक पर दुर्गम रास्तों व विषम परिस्थितियों के बीच दोनों ट्रेकर्स नमन यादब उम्र 21 पता लाजपत दिल्ली।
और समीर कुमार पाण्डेय उम्र 21 पता. बिहार को घायल ट्रैकर को स्ट्रेचर के माध्यम से मुख्य मार्ग तक पहुँचाकर एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवाया गया।
