कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद, गढ़ी शाखा द्वारा गणेश पूजन के पश्चात मां नंदा सुनंदा देवी की कदली वृक्ष लाकर उनसे बनी मूर्तियों (मां की मूर्ति निर्माण पूर्णतः इको फ्रेंडली किया गया है।
मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा, पूजन, हवन इत्यादि विधि विधान से सभी कार्य संपन्न करवाया गए।
उसके बाद सभी के दर्शन के लिए मां का दरबार मां नंदा देवी की जय. मां सुनंदा देवी की जय जयकार से अरण्य विहार, कौलागढ़ में गूंज उठा।
लगातार तीन दिनों से मां के भक्त देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों से मां नंदादेवी का आशीर्वाद लेने आते रहे।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी की धर्मपत्नी निर्मला जोशी सहित आए और प्रसाद चढ़ाकर हृदय से माता के भजनों में खूब झूमकर अपनी प्रसन्नता भी व्यक्त किए।
विधायक सविता कपूर ने भी मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। पार्षद देवकी नौटियाल और पूर्व पार्षद समिधा गुरुंग ने भी भजन कीर्तन में हिस्सा लिए।
शाखा सचिव बबीता साह लोहनी ने बताया कि यह मां नंदा उत्सव हमारा प्रथम प्रयास है।
सभी लोगों में उत्तराखंड की देवी के दर्शन और कीर्तन हेतु जो उत्साह देखने को मिला है वह आशा से बढ़कर रहा।
3 सितम्बर बुधवार के दिन मां के दरबार में पहाड़ से आए मश्कबीन, ढोल दमाऊ और छोलियारो के सुरताल से मां आ आंगन झूम उठा।
सुबह 10 बजे से मां के कीर्तन और दर्शन करने वालों की भीड़ इकट्ठा होनी शुरू हो गई।
पहाड़ी वाद्ययंत्रों और छोलियारो के साथ मां का डोला भ्रमण अरण्य विहार कौलागढ़ से होता हुआ ग्राम देवता मंदिर, पीपल चौक,
टपकेश्वर रोड से होता हुआ डी डी कॉलेज जहां कौलागढ़ के पूर्व प्रधान अनुज नौटियाल द्वारा सभी भक्तों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई।
उसके बाद गढ़ी चौक से होता हुए टपकेश्वर महादेव की तमसा नदी तक मां की जय जयकार के साथ विसर्जन किया गया।
क्षेत्रीय विधायक सविता कपूर, निर्मला जोशी, भाजपा नेता नेहा जोशी, आदित्य चौहान, जोगिंद्र पुंडीर केशर सिंह रावत, केंद्रीय संरक्षक रामसिंह परिहार,
अध्यक्ष कमल रजवार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय बिष्ट, महासचिव गोविंद पांडे, केंद्र के सभी पदाधिकारियों, गढ़ी शाखा के सभी सदस्यों के साथ, कांवली,
काण्डली, हाथीबड़कला, इंदिरानगर, शाखा के सदस्यों ने भी प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में कौलागढ़ पार्षद देवकी नौटियाल,
पूर्व पार्षद समिधा गुरुंग, केंद्रीय प्रेमा तिवारी, केशव दत्त जोशी, जी सी जोशी, ललित मोहन जोशी, राजेश पंत, तनुजा तिवारी, विनोद कांडपाल, गणेश कांडपाल,