Homage:- वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी बब्बर गुरुंग के निधन पर शोक व्यक्त

देहरादून – उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी बब्बर गुरुंग के निधन पर शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

आज सुबह प्रदेश प्रवक्ता को सूचना मिली कि गढ़ीं केन्ट में निवास कर रहें वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी  बब्बर गुरुंग का देर रात देहान्त हो गया हैं।पुष्टि करने हेतु पूना में उनकी पुत्री राखी गुरुंग से सम्पर्क किया तों उन्होंने बताया कि देर रात उनका देहान्त हो गया औऱ में स्वयं आज देर सायं देहरादून पहुंचेंगी औऱ कल सुबह शुक्रवार को सुबह गढ़ीं केन्ट टप्केश्वर घाट में अन्तिम संस्कार होगा।

जगमोहन सिंह नेगी व पुष्पलता ने दुख जताते हुए कहा कि एक औऱ जाबांज साथी हमारा साथ छोड़ गये।पूर्व विधायक व सयुंक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष रणजीत सिंह वर्मा द्वारा उन्हें संघर्ष समिति में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी थी।

ये भी पढ़ें:   Parade Review:- थल सेना प्रमुख, जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने भारतीय सैन्य अकादमी में 157वीं पासिंग आउट परेड की समीक्षा की

और वह हमेशा बड़ी ईमानदारी से सबको लामबंद कर ONGC , KDMIP व FRI के साथ भू सर्वेक्षण विभाग एवं मृदा संरक्षण कार्यालयों मेँ तालाबंदी करना या धरना देने के साथ ही भूख हड़ताल में शामिल रहें।

प्रदेश महामन्त्री रामलाल खंडूड़ी व प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती के साथ ही अनुज नौटियाल ने बताया कि बब्बर गुरुंग बहुत सरल स्वभाव के व्यक्तित्व थे। उन्होंने दिल्ली में दिवंगत चंद्रमणि नौटियाल व दलीप धामी औऱ रामप्रसाद थपलियाल के साथ जन्तर मंतर पर कई दिनों तक भूख हड़ताल की।

राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा पिछले दिनों उनके आवास पर जाकर उन्हें शाल ओढ़ाकर गौरव सैनानी सम्मान से सम्मानित किया था। पृथक राज्य आन्दोलन के लिए वह प्रत्येक संघर्ष में हमेशा आगे रहें।

ये भी पढ़ें:   Free checkup :- प्रयोगशाला में किसान अपने खेतों की मिट्टी के नमूने देकर उनकी निशुल्क जांच करवाएं

प्रदीप कुकरेती बताते हैं कि जब जिला प्रशासन द्वारा चिन्हीकरण प्रक्रिया चली तों उनका काफी दिनों तक भी चिन्हित ही नहीं हुए यह गढ़ी उनके आवास पर एक मुलाकात में पता चला तों पुनः प्रदीप कुकरेती ने स्वयं उनका प्रार्थना पत्र लिखा औऱ अखबारों की कटिंग को संलग्न किया तब उनका नाम सूची में अंकित हुआ।

जनकवि डा॰ अतुल शर्मा व ओमी उनियाल व रामपाल ने बताया कि वह हमेशा प्रत्येक बैठक मेँ मौजूद होते थे औऱ जनजागरण औऱ गोष्ठियों के लिए भ्रमण करना चक्का जाम की जिम्मेदारी निभाना , जेल गये लोगो के लिए भोजन व फल इत्यादि पहुंचाने हेतु तत्पर रहते थे।

ये भी पढ़ें:   Free checkup :- प्रयोगशाला में किसान अपने खेतों की मिट्टी के नमूने देकर उनकी निशुल्क जांच करवाएं

उनकी पुत्री राखी के अनुसार गुरुंग का अन्तिम संस्कार कल 18-अक्टूबर को सुबह 10-बजे गढ़ीं टप्केश्वर घाट में होगा।

शोक व्यक्त करने वालों में जबर सिंह बर्त्वाल , जगमोहन सिंह नेगी , शिवराज सिंह रावत , केशव उनियाल , बिश्म्बर दत्त बौन्ठीयाल , प्रदीप कुकरेती , संतन सिंह रावत , जबर सिंह पावेल , ललित जोशी , मनोज नौटियाल , अजय कंडारी , विजय बलूनी , रघुवीर तोमर , ध्यान सिंह बिष्ट ,

धर्मानन्द भट्ट , मोहन खत्री , ओमी उनियाल , सुरेश नेगी , संजय तिवारी , विकास रावत , राजेन्द्र सिंह बिष्ट , चन्द्रकिरण राणा , आशीष नेगी , राजा भट्ट , विनोद असवाल , बीर सिंह रावत , प्रभात डण्डरियाल , वेदा कोठारी , प्रेम सिंह नेगी , हरी सिंह मेहर , पुष्पलता सिलमाणा , सुलोचना भट्ट , अरुणा थपलियाल , रामेश्वरी नेगी , सुबोधिनि भट्ट , सर्वेश्वरी सुन्दरियाल , संगीता रावत ,

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *