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Inauguration:-सत्य घटना पर आधारित शॉर्ट फिल्म हेमवती पोस्टर प्रोमो का लोकार्पण 

देहरादून -आज के युग में जहां पति पत्नी के रिश्ते शर्मसार हो रहे हैं मान मर्यादा तार तार हो रही है कोई पति को नीले ड्रम में दफना रही हैं तो कोई पत्नी को प्रेमिका के साथ मौत के घाट उतार रहे हैं कोई दामाद सास के साथ भाग रहे हैं कोई पति को सांप से डंसवा रही हैं।

लेकिन इस कलयुग में  रूद्रप्रयाग के चौपता दुर्गाधार निवासी हेमवती और उतम भंडारी की सत्य घटना पर आधारित है इस सत्य घटना को फिल्म का रूप दिया रूद्रप्रयाग जखोली ब्लॉक बजीरा निवासी सचिन रावत Uttrakhandi uk 13 के कलाकार की टीम ने।

फिल्म का लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रियर एडमिरल ओमप्रकाश सिंह राणा, समाजसेवी शिक्षाविद रघुवीर सिंह बिष्ट, राज्य आंदोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती, फिल्म निर्माता निर्देशक गोपाल थापा, योगेन्द्र बाजपेई पवन बुटोला ने फिल्म के पोस्टर का अनावरण किया,

कार्यक्रम में फिल्म का प्रोमो दिखाया गया जिसको देखकर तमाम लोग भावुक हो गए, क्योंकि फिल्म में हेमवती और उतम सिंह भंडारी की सत्य कहानी दिखाई गई, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रियर एडमिरल ओमप्रकाश सिंह राणा ने हेमवंती की पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी।

रियर एडमिरल राणा ने कहा कि हेमवती और उतम की कहानी हम सब के लिए प्रेरेणा स्त्रोत्र है, और सबसे बड़ी बात दूरस्थ गांव के सचिन ने जो फिल्म बनाई वह बधाई के पात्र है, वहीं कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि समाजसेवी शिक्षाविद रघुवीर सिंह बिष्ट ने कहा कि सचिन रावत ने जो कार्य किया वह वाकई काबिले तारीफ है।

सचिन ने गांव में रहकर सबके आंखे खोल दी, साथ ही बिष्ट ने कहा कि उतम सिंह भंडारी जो रीयल हीरो है हम सबके लिए प्रेरेणा स्त्रोत्र है, राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने एक महिने की अपनी राज्य आंदोलनकारी की पेंशन सचिन की टीम और हेमवती को देने की घोषणा की।

वहीं फिल्म निर्माता गोपाल थापा ने फिल्म को बड़े परदे पर उतारने की बात कही , फिल्म में मां का किरदार विनीता राणा कालीमठ निवासी ने किया विनीता राणा ने कहा ये भावुक पल था।

जब मैं रोल कर रही थी तो मैं बहुत टूट चूकी थी क्योंकि इतनी दर्दभरी कहानी है, वहीं पिता का रोल रंगकर्मी लखपत सिंह राणा ने निभाया इस फिल्म निर्माण में लखपत सिंह राणा की बडी भूमिका है।

फिल्म जिनके जीवन संघर्ष की कहानी पर बनी है लखपत भंडारी ने कहा कि हेमवती और मेरी मुलाकात एक शादी में हुई थी वहीं से हमारी प्यार की कहानी आगे बढ़ी और फिर हमारी शादी हुई

अचानक शादी के बाद हेमवंती को शुगर हो गया मैंने हेमवंती को दिल्ली मुंबई चंडीगढ़ दिखाया लेकिन हेमवंती ठीक नहीं हो पाई और उतम भंडारी को नोकरी छोड़कर घर आना पड़ा क्योंकि शुगर की वजह से हेमवंती की आंखों की रोशनी चली गई थी।

वहीं उत्तम ने अपनी पत्नी की आंखों की रोशनी बनकर मजबूती से उनके साथ खड़े हैं भले ही हेमवंती आंखों से अंधी हो लेकिन घर का सारा काम करती हैं और मैं हेमवती को पूरा सहयोग करते हूं।

फिल्म के निमार्ता निदेशक लेखक सचिन रावत ने कहा कि देहरादून में फिल्म का लोकार्पण करना हमारा सपना था और ये सपना, रूद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी पवन बुटोला, दीपक कैन्तुरा के सहयोग से संपन्न हुआ है।

और इस फिल्म से जो भी कमाई होगी उसको हेमवती के परिवार को दिया जाएगा, कार्यक्रम में रघुवीर सिंह बिष्ट, योगेंद्र वाजपेई, शक्ति वर्तवाल, समेत कई  लोग उपस्थित थे,

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