देहरादून – उत्तराखंड मदरसा बोर्ड का रिजल्ट बीते वर्षों से इस बार बेहतर आया है। बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने छात्र- छात्राओं को बधाई देते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार का आभार जताया है।
मदरसा बोर्ड की परीक्षा में 1,506 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि 47 परीक्षार्थी फेल हुए। मुंशी, मौलवी, आलिम, कामिल और फाजिल की परीक्षा में 1,565 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
परीक्षाफल 96.23 प्रतिशत रहा है। मंगलवार को मदरसा बोर्ड परीक्षा 2024 का परिणाम जारी हुआ। जबकि परीक्षा के लिए 1,849 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें सिर्फ 1,565 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी और 284 अनुपस्थित रहे।
इस दौरान मुंशी के लिए 204, मौलवी के लिए 392, आलिम के लिए 296, कामिल अरबी प्रथम के लिए 131, कामिल फारसी प्रथम के लिए 34, कामिल अरबी द्वितीय के लिए 128, कामिल फारसी द्वितीय के लिए 47, कामिल अरबी तृतीय के लिए 119, कामिल फारसी तृतीय के लिए 30, फाजिल प्रथम के लिए 101 और फाजिल द्वितीय के लिए 73 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी।
परीक्षा परिणाम घोषित होने पर मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने बताया कि परीक्षा परिणाम अच्छा रहा है। उत्तीणं परीक्षार्थियों में खुशी की लहर है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में बोर्ड ने मदरसे की रूपरेखा बदली है, जिससे मदरसों में आधुनिकता और मूलभूत व्यवस्था बढ़ी है। राज्य सरकार के सहयोग से आगामी सालों में उत्तराखंड मदरसा बोर्ड देशभर में कीर्तिमान स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि मद्रास से निकले हुए बच्चे आगे चलकर डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस, आईपीएस बनेंगे और देश सेवा के साथ-साथ देश की मुख्य धारा से भी जुड़ेंगे।