उत्तरकाशी जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने विकास खंड मोरी के आपदाग्रस्त क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल भी उपस्थित रहे।
मानसून सीजन में विकास खंड मोरी के पर्वत एवं बंगाण क्षेत्र को जोड़ने वाली अनेक आंतरिक सड़क मार्ग भूस्खलन एवं भू-धसाव से जगह-जगह क्षतिग्रस्त हुई है।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया और अवरुद्ध सड़क मार्गों को युद्ध स्तर पर सुचारू करने के निर्देश दिए।
अतिवृष्टि से किसान एवं बागवानों की फसलों के नुकसान का आंकलन करने के निर्देश मुख्य उद्यान अधिकारी एवं मुख्य कृषि अधिकारी को दिए।
जिलाधिकारी ने बद्रासु गांव में हुए भूस्खलन का निरीक्षण किया। क्षतिग्रस्त पेयजल,विद्युत लाइनों को ठीक कराने के साथ ही पानी और बिजली की बहाली करने के निर्देश ईई जल संस्थान और विद्युत को दिए।
भूस्खलन से खतरे की जद में आए मकानों के सुरक्षात्मक उपाय करने के निर्देश दिए। उसके उपरांत जिलाधिकारी ने ब्लाक मुख्यालय का निरीक्षण किया।
ब्लाक मुख्यालय के पास नाली निर्माण एवं जिन मकानों को भूस्खलन से खतरा उत्पन्न हुआ है वहां सुरक्षात्मक कार्य करने और पैदल मार्ग को ठीक कराने के निर्देश दिए।
सुनकुंडी गांव में हैलीपैड एवं व्यू प्वाइंट के पास भू-धसाव होने से आवासीय भवनों एवं खेतों को उत्तपन्न हुए खतरे को देखते हुए सुरक्षात्मक कार्य कराने के निर्देश पीडब्ल्यूडी को दिए।
जिलाधिकारी ने जखोल-फिताड़ी-लिवाड़ी को जोड़ने वाले मोटर पुल से बैंचा तक भूस्खलन और नदी के कटाव से क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग के सुरक्षात्मक कार्य के लिए प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश सिंचाई विभाग को दिए।
तथा जखोल लिवाड़ी अवरुद्ध सड़क मार्ग को युद्ध स्तर पर सुचारू करने के निर्देश वैपकोस को दिए।
उसके बाद जिलाधिकारी एवं विधायक ने जखोल में ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्याओं को समयबद्धता व गुणवत्ता के साथ निस्तारण करने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों द्वारा शिक्षकों की तैनाती,कम्प्यूटर की उपलब्धता और जीर्णशीर्ण विद्यालय भवन निर्माण की मांग की।
पाँव मल्ला के थातरिंगा तोक में सेब बागवानी भूमि में हो रहे भू-कटाव हेतु सुरक्षात्मक कार्य एवं सुनकुंडी से विणासु मात्री देवी ट्रैक मार्ग,
और सुनकुंडी के नाकड़ खड्ड में भू-कटाव से गांव की बस्ती को हो रहे खतरे को देखते हुए ग्रामीणों ने पुनःनिर्माण की मांग की।
विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों के पुनःनिर्माण कार्य युद्ध स्तर पर कराना सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि मोरी नैटवाड़ शांकरी सड़क मार्ग के लिए धन स्वीकृत हो चुका है,जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा।
विधानसभा पुरोला में आपदा में जो परिसम्पत्तियां क्षतिग्रस्त हुई है उनका पुनःनिर्माण कार्य के लिए सम्बंधित विभागों को निर्देश दिए है।
विधायक ने कहा दुबई नामे तोक से फफराला,सिदरी,कोटगांव,सीमा,सिरोली का भू-वैज्ञानिक सर्वे कराया जाएगा। ताकि यहां सुरक्षात्मक कार्य किये जा सकें।
इस दौरान एसडीएम मुकेश रमोला,ब्लाक प्रमुख मोरी रणदेब सिंह राणा ज्येष्ठ प्रमुख त्रेपन सिंह राणा,मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ.रजनीश सिंह,
मुख्य कृषि अधिकारी एसएल वर्मा,पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटूड़ा,समन्वयक आपदा जय पंवार सहित ग्राम प्रधान सालरा उमेंद्र आष्टा,
ग्राम प्रधान जखोल भागचन्द, ग्राम प्रधान पांव मल्ला बलबीर राणा,भगत सिंह रावत,जयवीर सिंह,राजपाल सिंह रावत,प्रहलाद सिंह पंवार,सुरज रावत,हाकम सिंह रावत,
गंगा सिंह रावत,संजय रावत एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी उपस्थित रहे।