ऋषिकेश – अक्सर पुलिस के कारनामों की चर्चा होती ही रहती है, लेकिन इस बार देहरादून पुलिस ने कुछ ऐसा कर डाला जिससे हर कोई हैरान है। राज्य के मुखिया पुष्कर सिंह धामी हों या फिर पुलिस महकमे के तमाम बड़े अधिकारी यह देखकर हैरान हैं।
कि आखिर पुलिस को इसकी जरूरत क्या पड़ी। दरअसल, मामला ऋषिकेश कोतवाली क्षेत्र का है जहां एम्स में एक महिला चिकित्सक के साथ छेड़छाड़ की शिकायत मिलती है।
फिर क्या था पुलिस कर्मियों फिल्मी अंदाज से आरोपित नर्सिंग अधिकारी को पकड़ने के लिए ऐसी कार्रवाई कर डाली जोकि आजतक नहीं की गई। आरोपित नर्सिंग अधिकारी को गिरफ्तार करनेेे के लिए पुलिस की गाड़ी रैंप पर चलतेेेे हुए छठे माले पर वार्ड में मरीजों केेेे बीच से होकर निकल रहें थे।
मगर वार्ड में दोनों तरफ मरीजों केेेेेे बेड लगे होने के कारण एम्स के सुरक्षाकर्मियों ने बेड़ों को साइड कर पुलिस की गाड़ी को निकाल ने के लिए रास्ता बना रहे थे।
पुलिस की गाड़ी वार्ड में देखकर मरीजों में हड़कंप मच गया। सीन कुछ ऐसा नजर आ रहा था मानो एम्स में कोई खतरनाक मुजरिम घुस गया हो। बहरहाल पुलिस के इस कार्यशैली की चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है।
प्राथमिक जानकारी में जो तथ्य प्रकाश में आए उनमें दिखाई जा रही वीडियो इमरजेंसी वार्ड की न होकर मरीजों के Admission से पूर्व उनके रुकने के लिए बनाई गई Waiting Gallery की होना ज्ञात हुआ।
प्राथमिक जानकारी में छेड़खानी के आरोपी नर्सिंग अधिकारी को इन परिस्थितियों में बाहर निकालने के लिए Security Officer द्वारा ही उक्त Emergency रास्ते का प्रयोग करने के संबंध में Guide किया जाना आया प्रकाश में आया ऐसा एसएसपी अजय सिंह ने जांच के उपरांत यह जानकारी दी।
