मंगलवार की शाम देहरादून के अजबपुर खुर्द इलाके में एक दुखद हादसा सामने आया, जिसमें एक 50 वर्षीय महिला शिक्षिका की दीवार गिरने से मौत हो गई।
मृतक महिला की पहचान विजयलक्ष्मी, पत्नी महेंद्र सिंह, निवासी 14 न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, अजबपुर कला, देहरादून के रूप में हुई है।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय गुलरघाटी में विजयलक्ष्मी प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्यरत थीं। और उत्तराखण्ड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ/उत्तरांचल राज्य प्राइमरी टीचर एसोसिएशन देहरादून में सक्रिय भूमिका निभाते हुए सदस्य रही।
उत्तराखण्ड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ/उत्तरांचल राज्य प्राइमरी टीचर एसोसिएशन देहरादून के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह रावत ने अपनी फेसबुक वॉल पर संवेदनाएं प्रकट की।
पुलिस के अनुसार, मंगलवार शाम को थाना नेहरू कॉलोनी को कंट्रोल रूम के माध्यम से सूचना मिली कि अजबपुर खुर्द के एक पार्क में दीवार गिरने की घटना में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है।
सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची। घायल महिला, जो उस समय पार्क में टहल रही थीं,महिला को तत्काल पुलिस के सरकारी वाहन से कनिष्क अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल में चिकित्सकों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत उपचार शुरू किया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण विजयलक्ष्मी ने दम तोड़ दिया।
पुलिस और स्थानीय लोगों के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब विजयलक्ष्मी अजबपुर खुर्द के पार्क में सैर कर रही थीं। अचानक पार्क की एक दीवार ढह गई, जिसके मलबे में वह दब गईं।
दीवार गिरने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में पुरानी और जर्जर दीवार को इसका कारण माना जा रहा है।
मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की।घटना के बाद थाना नेहरू कॉलोनी की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
मृतक महिला के शव का पंचायतनामा भरकर उसे अग्रिम कार्यवाही के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
और दीवार गिरने के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए संबंधित विभागों से संपर्क किया जा रहा है। यह भी जांच की जा रही है कि पार्क की दीवार की मरम्मत या रखरखाव का कार्य समय पर किया गया था या नहीं।
विजयलक्ष्मी के निधन की खबर से उनके परिवार, सहकर्मियों और शिक्षक संघ में शोक की लहर दौड़ गई है।
उनके सहकर्मी उन्हें एक मिलनसार महिला के रूप में याद कर रहे हैं।इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और नगर निगम के रखरखाव कार्यों पर भी सवाल खड़े किए हैं।
लोगों का कहना है कि पुरानी और जर्जर संरचनाओं की समय पर जांच और मरम्मत न होने से इस तरह की घटनाएं होती हैं।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।
साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यह दुखद घटना न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा मानकों का पालन कितना आवश्यक है।
पुलिस और प्रशासन से अपेक्षा है कि वह इस मामले में निष्पक्ष जांच करे और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।