उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने एक प्रेस वार्ता में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सरकारी संस्थाओं पर कब्जा करने,
और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दूषित करने का गंभीर आरोप लगाया। रावत ने कहा कि पंचायत चुनाव में भाजपा ने सभी हथकंडे अपनाए,
जिसके कारण उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार ऐसा माहौल देखने को मिला, जो राज्य की गरिमा को चोट पहुंचाने वाला है।
हरीश रावत ने दावा किया कि पंचायत अध्यक्षों के आरक्षण में शुरू से ही अनियमितताओं की आशंका थी, जो बाद में यकीन में बदल गई।
उन्होंने कहा, “भाजपा ने अपने हिसाब से आरक्षण कराकर उसका दुरुपयोग करने की कोशिश की। पुलिस ने सत्ता के लिए वोट इकट्ठा करने के साथ-साथ वोट लूटने का भी काम किया।”
रावत ने नैनीताल जिले के बेतालघाट में गोलीबारी और द्वाराहाट में बंदूकों के दम पर चुनाव लड़ने की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी हिंसक घटनाएं लोकतंत्र के लिए शर्मनाक हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि पांच लापता पंचायत सदस्यों को सादे कपड़ों में पुलिस ने उनके घर जाकर धमकाया और सरकार का समर्थन करने का दबाव बनाया।
कांग्रेस नेता ने भाजपा पर पंचायती राज संस्था को नष्ट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह महात्मा गांधी और राजीव गांधी के पंचायती राज के सपने का अपमान है।
उन्होंने कहा, “भाजपा की इस करतूत के खिलाफ कांग्रेस आंदोलन करेगी। मैं स्वयं एक यात्रा निकालूंगा ताकि जनता को जागरूक किया जा सके।
पहले सिर्फ मुख्यमंत्री धाकड़ थे, लेकिन अब पुलिस भी धाकड़ हो गई है।”
रावत ने पंचायत चुनाव के नतीजों को जनता की जागरूकता का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह 2027 के विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन की नींव रख सकता है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से इस जन समर्थन को आधार बनाकर संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया।
हरीश रावत ने कहा कि पंचायत चुनाव में जनता कांग्रेस को जिताना चाहती थी जिसका उदाहरण है कि 40 भाजपा के ऐसे मंत्रियों और बड़े नेताओं के क्षेत्र और उनके सगे संबंधियों को जनता ने हराया है।
उन्होंने कहा कि इस पंचायत चुनाव में नेपाल मूल की एक स्वर्ण महिला को अनुसूचित जाति की सीट से लड़ाया गया है।
और कहाकि इस पंचायत चुनाव में जनता ने भाजपा को हराया जिसमें भाजपा ने असामाजिक तत्वों का प्रयोग करके पंचायत चुनाव में जीत हासिल की है।
वहीं रुद्रप्रयाग में पंचायत अध्यक्ष के चुनाव जब मामला टाई हो गया तो एक वोट को साजिशन कैंसिल कराया गया।
पंचायत राज विभाग में गड़बड़ी पर हरीश रावत ने कहा कि सितंबर में शुरू करेंगे न्याय यात्रा पंचायत चुनाव में गड़बड़ी पर पूरी कांग्रेस एकजुट होकर करेगी हल्ला बोल सड़कों पर होगा प्रदर्शन।