Candidate:- एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को बनाया उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार

नई दिल्ली, 18 अगस्त 2025:

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल और तमिलनाडु के वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन (सीपी राधाकृष्णन) को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

यह घोषणा रविवार, 17 अगस्त 2025 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की।

यह निर्णय भाजपा संसदीय बोर्ड की तीन घंटे की बैठक के बाद लिया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।

उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर 2025 को होना है, और नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। राधाकृष्णन 21 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगे, जिसमें एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।

सीपी राधाकृष्णन: एक अनुभवी राजनेता और प्रशासक

सीपी राधाकृष्णन, जिनका पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है, का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ था।

68 वर्षीय राधाकृष्णन ने अपने लंबे और विविधतापूर्ण करियर में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। वे वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं।

जहां उन्होंने 31 जुलाई 2024 को शपथ ली थी। इससे पहले, उन्होंने फरवरी 2023 से जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में सेवा दी और मार्च से जुलाई 2024 तक तेलंगाना के अतिरिक्त प्रभार के साथ-साथ मार्च से अगस्त 2024 तक पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में भी कार्य किया।

राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनसंघ से शुरू हुआ। 1974 में वे जनसंघ की तमिलनाडु राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने और 1996 में भाजपा तमिलनाडु के सचिव नियुक्त हुए।

वे 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए और अपने कार्यकाल के दौरान कपड़ा उद्योग से संबंधित संसदीय समिति के अध्यक्ष सहित कई समितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

2003 से 2006 तक वे तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे और इस दौरान उन्होंने 93 दिनों तक 19,000 किलोमीटर की ‘रथ यात्रा’ आयोजित की, जिसका उद्देश्य नदियों को जोड़ना, आतंकवाद का विरोध और अस्पृश्यता का उन्मूलन था।

एनडीए की रणनीति और तमिलनाडु कनेक्शन

राधाकृष्णन की उम्मीदवारी को भाजपा और एनडीए की दक्षिण भारत में अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है, विशेष रूप से तमिलनाडु में,

जहां 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं। तमिलनाडु के तिरुपुर से आने वाले राधाकृष्णन का चयन सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि उनकी उम्मीदवारी का विरोध करना उनके लिए मुश्किल हो सकता है।

भाजपा को उम्मीद है कि राधाकृष्णन की उम्मीदवारी तमिलनाडु में क्षेत्रीय और राजनीतिक संतुलन साधने में मदद करेगी।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, “राधाकृष्णन के पास 40 वर्षों का सक्रिय सार्वजनिक जीवन का अनुभव है।

तमिलनाडु में सभी दलों में उनका सम्मान है। हम विपक्षी दलों से बात करेंगे और उनके नाम पर आम सहमति बनाने की कोशिश करेंगे।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि एनडीए के सभी सहयोगी दलों ने राधाकृष्णन की उम्मीदवारी का समर्थन किया है।

विपक्ष की रणनीति और संभावित उम्मीदवार

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने पहले घोषणा की थी कि वह उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एक गैर-राजनीतिक संयुक्त उम्मीदवार उतारेगा।

सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दल सोमवार, 18 अगस्त 2025 को सुबह 10:15 बजे राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के कार्यालय में बैठक करेंगे, जहां वे अपने उम्मीदवार के नाम पर चर्चा करेंगे।

हालांकि, एनडीए के पास संख्याबल में स्पष्ट बढ़त है, जिसके आधार पर माना जा रहा है कि राधाकृष्णन की जीत लगभग निश्चित है।

जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से खाली हुआ पद

उपराष्ट्रपति पद पिछले महीने 21 जुलाई 2025 को तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद खाली हुआ था।

धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंपा था। उनके इस्तीफे ने राजनीतिक हलकों में कई अटकलों को जन्म दिया था,

लेकिन एनडीए ने राधाकृष्णन के नाम की घोषणा के साथ इन अटकलों पर विराम लगा दिया।

पीएम मोदी ने दी बधाई

राधाकृष्णन को उम्मीदवार चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी। अपने एक्स हैंडल पर पीएम मोदी ने लिखा, “थिरु सी.पी. राधाकृष्णन ने अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में अपनी लगन,

विनम्रता और बुद्धिमत्ता से विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर व्यापक कार्य किया है।

मुझे खुशी है कि एनडीए ने राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चुना है।”

राधाकृष्णन की शैक्षिक और व्यक्तिगत पृष्ठभूमि

राधाकृष्णन ने कोयंबटूर के वी.ओ. चिदंबरम कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।

उनके समर्थक उन्हें ‘तमिलनाडु का मोदी’ कहते हैं, क्योंकि उन्होंने तमिलनाडु में भाजपा के लिए नए गठबंधनों को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी,

खासकर 2004 में डीएमके द्वारा एनडीए से संबंध तोड़ने के बाद। वे एक उत्साही खिलाड़ी भी रहे हैं और कॉलेज स्तर पर टेबल टेनिस चैंपियन और लंबी दूरी के धावक रह चुके हैं।

उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 9 सितंबर 2025 को होगा, और उसी दिन मतगणना भी होगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 25 अगस्त 2025 है।

एनडीए के पास संसद में 457 वोटों का समर्थन है, जो बहुमत से 65 अधिक है, जिससे राधाकृष्णन की जीत की संभावना मजबूत मानी जा रही है।

सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी न केवल एनडीए की रणनीति को दर्शाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भाजपा दक्षिण भारत में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय नेताओं को महत्व दे रही है।

विपक्षी गठबंधन की ओर से उम्मीदवार की घोषणा का इंतजार है, लेकिन संख्याबल के आधार पर एनडीए की स्थिति मजबूत दिख रही है।

9 सितंबर को होने वाला यह चुनाव देश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है।

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