चमोली जिले के गैरसैंण विकासखंड के आदर्श ग्राम सारकोट से 21 वर्षीय प्रियंका नेगी ने ग्राम प्रधान पद पर जीत हासिल कर जिले की सबसे कम उम्र की प्रधान बनने का गौरव पाया है।
प्रियंका नेगी ने राजनीति शास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की है और उनके पिता राजेंद्र नेगी दो बार ग्राम प्रधान रह चुके हैं।और उन्हें अपने पिता के अनुभव से मार्गदर्शन मिलेगा।
प्रियंका नेगी की जीत के मुख्य बिंदु:
– सबसे कम उम्र की प्रधान प्रियंका नेगी 21 वर्ष की उम्र में ग्राम प्रधान बनीं, जो जिले की सबसे कम उम्र की प्रधान हैं।
– राजनीति शास्त्र में स्नातक प्रियंका ने राजनीति शास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की है।
– पिता का अनुभव प्रियंका के पिता राजेंद्र नेगी दो बार ग्राम प्रधान रह चुके हैं, जिससे प्रियंका को स्थानीय प्रशासन और राजनीति की गहरी समझ मिली है।
– सारकोट गांव का विकास: प्रियंका ने अपने क्षेत्र के विकास के लिए पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करने का संकल्प लिया है।
-मुख्यमंत्री का गोद लेना सारकोट गांव को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोद लिया हुआ है, जिससे प्रियंका को अपने गांव को बेहतर बनाने के लिए प्रेरणा मिली है।
प्रियंका नेगी की जीत को क्षेत्र की युवा राजनीति में बदलाव की एक बड़ी मिसाल माना जा रहा है। उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम करने का संकल्प लिया है।
प्रियंका नेगी की जीत को क्षेत्र की युवा राजनीति में बदलाव की एक बड़ी मिसाल माना जा रहा है।
उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम करने का संकल्प लिया है और उन्हें अपने पिता के अनुभव से मार्गदर्शन मिलेगा।