जिला प्रशासन के सहयोग से हेल्पिंग हेंड चिकित्सालय में असहाय राजू का सफल आपरेशन कर दिया है तथा राजू पूरी तरह से स्वस्थ है।
जिलाधिकारी सविंन बसंल के निर्देश पर जिला प्रशासन की टीम प्रतिदिन राजू का हालचाल जानने चिकित्सालय जाती है तथा जिला प्रशासन की टीम चिकित्सालय के सम्पर्क में है।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय प्रबन्धन का राजू के उपचार में सहयोग करने पर अभार व्यक्त किया। जिला प्रशासन तथा हेल्पिंग हेंड चिकित्सालय के सहयोग से राजू का उपचार चल रहा है।
जिला प्रशासन राजू के पुनर्वास की भी तैयारी कर रहा है इसके लिए जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
विगत दिवस कलेक्टेट परिसर में असहाय राजू पंहुचा जिसका एक हाथ बुरी तरह से जला हुआ था। राजू ने जिलाधिकारी को अपनी पीड़ा सुनाते हुए बताया कि वह होटल में मजदूरी कराता है।
चमोली में उसका हाथ गर्म पानी से जल गया था, दून दून मेडिकल कॉलेज में दिखाया मगर डॉक्टर ने हायर सेंटर को रेफर कर दिया है, उसके पास उपचार के लिए पैसे नही है।
इस पर जिलाधिकारी संविन बसंल ने बर्न स्पेशलिस्ट निजी चिकित्सालय से दूरभाष पर वार्ता करते हुए राजू के उपचार का अनुरोध किया जिस हेल्पिंग हेंड हॉस्पिटल के डॉ कुश ने राजू को तत्काल हास्पिटल भेजने को कहा।
जिला प्रशासन ने सारथी वाहन से राजू को चिकित्सालय में ले जाकर भर्ती कराया।
दरअसल बात यह है कि बेहद असहनीय पीड़ा से छटपटाते हुए एक व्यक्ति डीएम दफ्तर पहुंचा। और उसने कहाकि ‘‘साहिब मेरा नाम राजू है।
मेरे कोई भी अपना नही है, लावारिस हूॅ। गढ़वाल से आया हूॅ। मेरे हाथ पर गरम पानी गिरने से हाथ जल गया है। मुझे बहुत दर्द हो रहा है।
इलाज की जरूरत है मगर अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं देख रहा है और ना ही मेरी बात सुन रहा,मैं बहुत परेशान हूॅ, मेरे हाथ की सर्जरी होनी है। मगर मेरे पैसा नही है, मदद करों।
अपने रुंधे कंठ से ये कहते कहते राजू की आंखें दर्द के आंसुओं से छलक उठी।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने पूरी संवेदना के साथ असहाय, अनाथ राजू की मार्मिक व्यथा सुनी। राजू के अधजले हाथ के असीमित और असहनीय पीड़ा को महसूस किया और बिना वक्त जाया करते राजू के उपचार हेतु फोन पर चिकित्सकों से परामर्श किया।
दून अस्पताल ने राजू के हाथ की गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर करने की सलाह दी।
जिलाधिकारी ने सहस्रधारा आईटी पार्क स्थित एक निजी अस्पताल में स्पेशलिस्ट चिकित्सक डॉ कुश से वार्ता की और राजू को तत्काल प्रशासन के सारथी वाहन से चिकित्सक के पास पहुंचाया।
जहां अब राजू के अधजले हाथ का मुफ्त इलाज हो रहा है।