देहरादून – उत्तराखंड में संगठित अपराध और कुख्यात अपराधियों की गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए वर्ष 2005 में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) का गठन किया गया था।
गठन के समय एसटीएफ को दो प्रमुख टास्क दिए गए थे। अंग्रेज सिंह जो पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया था और सुरेश शर्मा जिसने बद्रीनाथ में सरेआम डीजीसी बालकृष्ण भट्ट की हत्या कर दी थी।
उत्तराखंड पुलिस ने वर्ष 2007 में अंग्रेज सिंह को नागपुर में मुठभेड़ में मार गिराया था। हालांकि, सुरेश शर्मा लगातार फरार रहा और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास उत्तराखंड एसटीएफ के अलावा उत्तर प्रदेश,
दिल्ली और अन्य राज्यों के विशेष पुलिस बलों द्वारा किए जा रहे थे, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी। स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा पकड़े गए ईनामी अपराधी सुरेश शर्मा की गिरफ्तारी के बाद,
पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि एसटीएफ की टीम ने लंबे समय से फरार सुरेश शर्मा की पहचान स्थापित करने के लिए पूर्व में प्राप्त तकनीकी और भौतिक सूचनाओं का गहन विश्लेषण किया। अभियुक्त सुरेश शर्मा को जमशेदपुर, झारखंड से गिरफ्तार किया गया है।