नई दिल्ली – भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक विशेष प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर और इसके बाद की घटनाओं पर विस्तृत जानकारी दी गई।
इस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने हिस्सा लिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत ने पाकिस्तान के झूठे दावों का पर्दाफाश करते हुए अपनी सैन्य कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ नपी-तुली और लक्षित कार्रवाई बताया।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने ब्रीफिंग की शुरुआत करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का आधार 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला था, जिसमें 26 पर्यटक और एक स्थानीय नागरिक की मौत हुई थी।
इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का हिस्सा माना जाता है।
मिसरी ने बताया कि 7 मई को शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने राजस्थान के बीकानेर, बाड़मेर, फलोदी और जैसलमेर-पोकरण सहित कई भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की।
हालांकि, भारत के S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। कुरैशी ने कहा, “पाकिस्तान ने तुर्की निर्मित ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया, लेकिन हमारी वायु रक्षा प्रणाली ने सभी हमलों को विफल कर दिया।”
इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के AWACS विमान को मार गिराया और कई आतंकी ठिकानों पर ड्रोन हमले किए।विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की तकनीकी और रणनीतिक जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि राफेल जेट्स ने SCALP(खोपड़ी) और HAMMER हथौड़ा) मिसाइलों का उपयोग कर 25 मिनट में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बिना किसी नुकसान के।
उन्होंने कहा, “हमारी खुफिया एजेंसी RAW और साइबर कमांड ने सटीक जानकारी प्रदान की, जिससे ऑपरेशन की सफलता सुनिश्चित हुई।”
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के दावों को खारिज करते हुए कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश की। मिसरी ने उदाहरण देते हुए कहा कि पाकिस्तान ने आतंकी साजिद मीर को मृत घोषित किया था,
लेकिन बाद में वह जिंदा पाया गया। उन्होंने यह भी बताया कि मसूद अजहर जैसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी पाकिस्तान में सक्रिय हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत ने स्पष्ट किया कि वह तनाव बढ़ाना नहीं चाहता, लेकिन किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार है।
मिसरी ने कहा, “हमारी कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी, न कि पाकिस्तानी नागरिकों या सैन्य ठिकानों के खिलाफ। यदि पाकिस्तान जवाबी हमला करता है, तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे।”
इस बीच, ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। जम्मू-कश्मीर में 137 अर्धसैनिक कंपनियां तैनात की गई हैं, और दिल्ली, राजस्थान सहित कई शहरों में हाई अलर्ट जारी है।
दिल्ली में ब्लैकआउट की स्थिति में सुरक्षा एडवाइजरी जारी की गई है, और कई हवाई अड्डों पर उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देशभर में समर्थन देखने को मिल रहा है। देशवासियों ने भारतीय सेना की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।
