उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी देहरादून में बीती रात से मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने देहरादून सहित सात जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए रेड अलर्ट घोषित किया है।
इन जिलों में गढ़वाल मंडल के देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार, साथ ही कुमाऊं मंडल के चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर शामिल हैं।
इसके अलावा, बागेश्वर जिले के लिए भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शेष जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है।
पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। खासकर गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के संवेदनशील इलाकों में सड़कें और राजमार्ग बाधित हो सकते हैं।
रात को उत्तरकाशी के सिलाई बैन्ड में भूस्खलन हुआ जिसमें नौ मज़दूर लापता हैं।
इस के साथ ही हाल के दिनों में अन्य पहाड़ी जिलों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं, जिसके बाद प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
चारधाम यात्रा मार्गों पर भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं, क्योंकि भारी बारिश यात्रियों के लिए जोखिम पैदा कर सकती है।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन सतर्क
मौसम विभाग के रेड और ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए देहरादून, चमोली, नैनीताल, बागेश्वर और अन्य प्रभावित जिलों में प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
देहरादून में जलभराव और सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें भी सामने आई हैं। चमोली में हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण सड़कें बाधित हुई थीं, और अब फिर से ऐसी स्थिति बन सकती है।
प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को मौसम की स्थिति को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी गई है। केदारनाथ और बदरीनाथ जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश के साथ-साथ हल्की बर्फबारी की भी संभावना है,
जिससे ठंड बढ़ सकती है। यात्रियों को मौसम के अनुसार योजना बनाने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटों में देहरादून, नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
बागेश्वर में भी भारी बारिश की संभावना है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों जैसे उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक की संभावना है।
उत्तराखंड में मौसम की यह स्थिति अगले दो दिनों तक चुनौतीपूर्ण रह सकती है। भारी बारिश और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए प्रशासन और नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील की गई है। लोगों को नदी-नालों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है।