भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस नीति के अन्तर्गत निदेशक डॉ वी मुरुगेसन सतर्कता उत्तराखण्ड देहरादून की अध्यक्षता में,
सतर्कता अधिष्ठान में प्रचलित मामलों के त्वरित निस्तारण एवं भ्रष्टाचार पर रोकथाम के संदर्भ में प्रभावी कार्यवाही हेतु अधीनस्थ कर्मचारियों की निदेशालय सतर्कता अधिष्ठान उत्तराखण्ड में बैठक आयोजित कर यथोचित दिशा-निर्देश दिये गये ।
बैठक उपरान्त आयोजित प्रेस वार्ता में निदेशक सतर्कता द्वारा वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सतर्कता अधिष्ठान की उपलब्धियों के सम्बन्ध में अवगत कराया गया, जिसका विवरण निम्नानुसार है ।
वर्ष 2022 से सितम्बर 2025 तक सतर्कता अधिष्ठान द्वारा किये गये कार्य
पारदर्शी सुशासन हेतु सतर्कता विभाग लगातार कार्यरत है, जिसके लिये सतर्कता विभाग द्वारा आम जनता की सुविधा के लिए टोल फ्री नम्बर (1064), ई-मेल (vighq-uk@nic.in), व वेबसाईट( Vigilance.uk.gov.in) ,Whatsapp No 9456592300 स्थापित किए गये हैं ।
माह अप्रैल 2022 से सितम्बर 2025 तक टोल फ्री न0 1064 पर 9424 शिकायते प्राप्त हुई है, जिनमें विजिलेन्स एंगल की 1421 शिकायते व 8005 नान विजिलेन्स एंगल की शिकायते प्राप्त हुई है ।
नान विजलेन्स एंगल की शिकायतो को आवश्यक कार्यवाही हेतु 1905 के माध्यम से सम्बन्धित विभाग को प्रेषित किए गये तथा विजलेन्स एंगल की 1421 शिकायतो मे 62 में ट्रैप व अन्य में जाँच की कार्यवाही सम्पादित की गयी है ।
वर्ष 2025 में 1064 के माध्यम से प्राप्त 331 शिकायतों में अग्रिम कार्यवाही करते हुए 12 ट्रैप की सम्पादित किए गये है ।
सतर्कता अधिष्ठान को रिश्वत की मांग करने सम्बन्धी शिकायत होने पर नियमानुसार सम्बन्धित के विरूद्ध ट्रैप की कार्यवाही की जाती है,
जिसके फलस्वरूप आलोच्य अवधि में राजस्व विभाग पुलिस विभाग, पंचायती राज विभाग, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग,
राज्य कर विभाग, वन विभाग, शहरी विकास विभाग, आबकारी विभाग, आवास विकास विकास परिषद, खाद्य आपूर्ति विभाग,लघु सिंचाई विभाग,
लोक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग, सहकारिता विभाग,समाज कल्याण विभाग,वित्त विभाग ,सैनिक कल्याण विभाग ,समाज कल्याण ,कृषि विभाग,
महिला एवं बाल विकास विभाग,वित्त विभाग, के अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध प्राप्त शिकायतो पर कार्यवाही की गयी है ।
सतर्कता अधिष्ठान द्वारा उक्त अवधि में कुल 79 ट्रैप की कार्यवाही करते हुए 92 (13 राजपत्रित अधिकारी एवं 79 अराजपत्रित ) कर्मचारियो को गिरप्तार कर जेल भेजा गया ।
उक्त अवधि में ट्रैप के अतरिक्त डी0ए0 एवं अनियमित्ता सम्बन्धी प्रकरणो में कुल 24 (7 राजपत्रित एवं 17 अराजपत्रित) कर्मचारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया ।
सतर्कता अधिष्ठान द्वारा उक्त अवधि में कुल 28 खुली जाँच, 18 अन्वेषण एवं 76 ट्रैप के प्रकरणो का निस्तारण किया गया ।
सतर्कता अधिष्ठान द्वारा उक्त अवधि के दौरान न्यायालय मे प्रबल पैरवी करते हुए 37 प्रकरणो को निर्णित कराते हुए 28 प्रकरणो में अभियुक्तो को दण्डित कराया गया । (सजा का प्रतिशत 71% रहा )
उक्त अवधि में शासन/ उच्च न्यायालय से द्वारा सतर्कता अधिष्ठान को खुली जाँच 24 खुली जाँच एवं 13 अन्वेषण प्राप्त हुए है।(3 उच्च न्यायालय से प्राप्त )
उक्त अवधि में सबसे अधिक ट्रैप से सम्बन्धित शिकायत राजस्व विभाग की प्राप्त हुई है जिसमे 29 प्रकरणों में सफलता पूर्वक ट्रैप की कार्यवाही की गयी है । (गिरफ्तार राजस्व कर्मी 32 )
उक्त अवधि में गढवाल मण्डल में जनपद हरिद्वार में 21 एवं जनपद देहरादून में 10 इसी प्रकार कुमाऊँ मण्डल में सबसे अधिक कार्यवाही जनपद उधमसिंह नगर में 22 एवं जनपद नैनीताल में 11 ट्रैप की कार्यवाही की गयी ।
वर्तमान समय में सतर्कता अधिष्ठान के 29 प्रकऱण जिनमें अभियोजन स्वीकृति ,अभियोग पंजीकृत किए जाने एवं खुली जाँच की अनुमति प्राप्त होनी है शासन स्तर पर लम्बित है ।
हेल्प लाईन 1064 पर नियुक्त सभी अधिकारी –कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि 1064 पर प्राप्त होने वाली प्रत्येक शिकायत को Attend करते हुए।
उसकी सूचना तत्काल सम्बन्धित अधिकारी को प्रेषित की जायेगी ।
1064 पर आने वाली किसी भी काँल को Attend न करने पर सम्बन्धित कर्मचारी का दायित्व निर्धारित करते हुए सख्त कार्यवाही उसके विरूद्ध की जायेगी
सभी जाँच अधिकारीयों को 1064 पर प्राप्त होने वाली शिकायत को किसी भी दशा में अकारण लम्बित नही रखे जाने के सम्बन्ध में सख्त चेतावनी दी गयी।
शासन के समस्त विभागों भ्रष्टाचार की रोकथाम हेतु किए जा रहे कार्य
सभी विभागो में भ्रष्टाचार की रोकथाम हेतु जागरूकता सम्बन्धी पम्पलेट विभाग के कार्यालयों पर लगाये गये है।
स्कूल एवं विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के छात्रों एवं अध्यापकों के सहयोग में समय-समय पर भ्रष्टाचार से सम्बन्धित सेमिनार / नुक्कडं नाटक का आयोजन किया जा रहा है।
सोशल मीडिया (फेस बुक, यू-ट्यूब) सिनेमाघरो एवं एफ एम रिडियो के माध्यम में भी निरन्तर रूप में आम जनता को भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में पोस्ट डालकर / विडियो दिखाकर जागरूक किया जा रहा है।
जनपदो के दुरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रो में भी टोल फ्री न0 1064 का प्रचार प्रसार कर आम जनता को जागरूक किया गया है ,
जिसके फलसवरूप सीमान्त जनपद,पिथौरागढ एवं चमोली बागेश्वर भी जनता की शिकायत पर भ्रष्ट अधिकारी/कर्मचारीयों के विरूद्ध ट्रैप की कार्यवाही की गयी है ।
समय-समय पर विभागो को भ्रष्टाचार की रोकथाम हेतु आवश्यक दिशा निर्देश भी सतर्कता अधिष्ठान द्वारा शासन के सतर्कता विभाग के माध्यम से सभी विभागो को प्रेषित किए जा रहे हैं।
सतर्कता अधिष्ठान पर नियुक्त विवेचकों और जाँच अधिकारियो को जाँच एवं विवेचनाओं में प्रभावशाली और नयी तकनीकी का इस्तेमाल किए,
जाने के लिए समय-समय पर केन्द्र एवं राज्य सरकार की जाँच एजेन्सियों के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है ।
सतर्कता अधिष्ठान में शिकायतकर्ताओं की ट्रैप की धनराशि को वापस किए जाने के सम्बन्ध शासन स्तर से रिवाल्विंग फण्ड की स्थापना की गयी है,
उक्त प्रक्रिया में अब तक 13 शिकायतकर्ताओं (08 देहरादून 5 सैक्टर हल्द्वानी ) को ट्रैप से सम्बन्धित कुल धनराशि रू. 2,35,500/- वापस की गयी है ।