देहरादून – मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा शहर का सौंदर्यीकरण किया और किया जा रहा है। एमडीए क्या उद्यान विभाग द्वारा शहर के हर चौक चौराहा पर वॉल पोर्ट बनाई जा रही है।
जिसमें अनेकों प्रकार के फूल पौधों को लगाकर देहरादून की सड़के और चौकों को सुंदर दृश्य में परिवर्तित किया जा रहा है। लेकिन ऐसा ही एक सड़क है जहां पर एमडीडीए के उद्यान विभाग द्वारा वॉल पोर्ट तो बनाये गए हैं।
और वह भी बहुत बड़े मात्रा में और सबसे बड़ी बात यह है कि वह शहर की वीवीआईपी रोड है जिस रोड से मुख्यमंत्री सचिवालय अपने कार्यालय के लिए रोज आते जाते हैं, इसी रोड पर राज्यपाल का भी काफिला आता जाता है।
यह उत्तराखंड जल निगम की दीवार पर यह वॉल पोर्ट को बनाया गया है मगर इसकी देखरेख न होने के कारण इस वॉल पोर्ट की बूरी दुर्दशा हो रखी है, जिसमें वॉल से कई गमले गायब हो गए हैं।
तो वही गमले में से पौधे निकालकर फुटपाथ पर पड़े हुए हैं, पौधों को पानी न देने की वजह से पौधे सूख गए हैं और वही गमलों में खरपतवार उगी आई है, जो की एक सुंदर दीवार को बदसूरत दीवार के रूप में सुशोभित कर रही है।
अब ऐसे में उत्तराखंड जल बोर्ड का ऑफिस भी वही है जो शहर भर को पानी की सप्लाई करता है मगर उसके कर्मचारी ने कभी इस तरफ कोई विशेष ध्यान नहीं दिया और पौधों को पानी न मिलने की वजह से पौधे सूखने लगे हैं।
तो वहीं एमडीडीए का उद्यान विभाग ने भी गमले लगाकर इति श्री कर लिया है और उनकी देखभाल नहीं कर रहे हैं ऐसे में कोई यह बताएं कि आखिर यह किसकी जिम्मेदारी है?
