देहरादून – विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल द्वारा संचालित साप्ताहिक मिलन केंद्र आज मकर संक्रांति के पावन पर्व पर पड़ने वाले इस मंगलवार और उधर प्रयागराज में चलने वाले महाकुंभ का उत्साह देहरादून में भी उत्साह चरम पर रहा
बहुत बड़ी संख्या में महिला पुरुष और बच्चे साप्ताहिक मिलन में शामिल हुए बजरंग दल प्रांत मिलन प्रमुख विकास वर्मा द्वारा बौद्धिक रखते हुए कहा आज सूर्य के औज कृपापात्र भारतीय चहुंओर और अपनी ऊर्जा को बिखेर रहे पूरा विश्व आज भारत दर्शन को लालायित है देश में सनातन कि वह लहर उठी है जो सन 90 के दशक में थी।
हर चौराहे गली में हनुमान चालीसा के स्वत स्फूर्त पाठ आम समाज के द्वारा संगठनों के द्वारा किए जा रहे हैं जिससे बहुसंख्यक हिंदू समाज एकजुटता को अग्रसर है।
सभी जातिवाद को नाकारते हुए आगे बढ़ रहे हैं
इससे कहीं ऐसी ताकते जो भारत को तोड़ना चाहती है वह घबराई है क्योंकि अब उन्हें इस देश के बहुसंख्यक हिंदू समाज के प्रति उदारता दिखानी पड़ रही है अब देश मे प्रत्येक चुनाव सिर्फ हिंदुत्व पर आधारित होने जा रहा है और विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल संगठन सदैव से कहता रहा है।
जो हिंदू हित की बात करेगा वही देश पर राज करेगा अब वही मंत्र काम कर रहा है भारत आर्थिक दृष्टिकोण से सफलता की नई ऊंचाई छू रहा है देंश में मंदिरों के चढ़ावे व सनातनी समाज के लोगों के द्वारा दिए गए दान से देश का विकास नित नई ऊंचाईयां छू रहा है।
विदेशी लोग भारत की संस्कृति सनातन को अपना रहे और अन्य विदेशी सनातन को अपनाने के लिए आतुर है। और कुछ लोग भारत के अंदर ही बैठकर प्रयागराज होने वाले महाकुंभ के स्नान पर भी अपना घिनौना ज्ञान वाचकर त्रिवेणी भक्तों के लिए पाप धोने का स्नान बता रहे हैं।
ऐसे घिनौने और घटिया लोग राजनीति में लंबे समय तक नहीं रह पाएंगे क्योंकि अब राजनीति राम नीति में परिवर्तित हो चुकी है। सिर्फ राम, शिव, कृष्ण की रहेगी सनातन के अनुयायियों के मान बिंदुओं की रक्षा करने वालों की रहेगी
तत्पश्चात सभी ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ भगवान सूर्य की आराधना हनुमान अष्टक और बजरंग बाण का पाठ किया उसके बाद गर्म सूप व मकर संक्रांति के पर्व पर खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया गया
मौके पर उपस्थित लोगों में रमेश गुप्ता, सौरभ गौतम, विशाल चौधरी, लाखन सिंह बृजेश चौहान, सचिन गुजराती, हर्ष सहगल, प्रेम सेठी गीता वाधवा,अनीता चौहान आदित्य वाधवा, अमन स्वेडिया, हरीश सेठ्ठी, राजेश सोमवंशी आशीष बलूनी, मदन पंवार, रोहित सोनकर, व अन्य रहे