राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शनिवार को जसवंत सिंह ग्राउंड, गढ़ी कैंट में आयोजित ‘‘देवभूमि मेगा पूर्व सैनिक रैली’’ में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर सीडीएस जनरल अनिल चौहान सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी सहित हजारों की संख्या में पूर्व सैनिक एवं वीर नारियाँ उपस्थित रहीं।
उत्तराखण्ड सब एरिया द्वारा आयोजित इस रैली के दौरान राज्यपाल एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने वार वूण्डेड संस्था की ओर से 14 दिव्यांग पूर्व सैनिकों को स्कूटर वितरित किए।
साथ ही 20 वीर नारियों तथा उत्कृष्ट कार्य कर रहे भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित भी किया गया।
वहीं सैनिक कल्याण विभाग द्वारा उत्तराखण्ड सब एरिया को गोल्फ कार्ट भी प्रदान किए गए।
यह गोल्फ कार्ट पूर्व सैनिकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उपनल (उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड) के माध्यम से वित्त पोषित की गयी है।
राज्यपाल ने इस अवसर को “ऐतिहासिक” बताते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों का एकत्र होना गौरव का विषय है।
उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों का त्याग, अनुशासन और देशप्रेम हमारे समाज के लिए अमूल्य प्रेरणा है।
उन्होंने कहा कि जो संस्कार और अनुशासन आप सभी ने अपने जीवन में स्थापित किए हैं, वे आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम आपके योगदान को सदैव स्मरण रखें और समाज के हर वर्ग को यह प्रेरणा दें कि – ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना से ही भारत विश्व गुरु बनेगा।
राज्यपाल ने वीर नारियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वे स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर अपनी आर्थिकी को सशक्त करें और आत्मनिर्भर बनें।
उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों का आह्वान किया कि वे अपनी नेतृत्व क्षमता, अनुभव, अनुशासन और दृष्टिकोण को समाज के साथ साझा करें,
जिससे युवा पीढ़ी को दिशा और प्रेरणा मिले। राज्यपाल ने कहा कि राजभवन में पूर्व सैनिकों की शिकायतों के समाधान हेतु एक शिकायत निवारण अधिकारी की तैनाती की गई है,
जो उनकी समस्याओं के समाधान के लिए निरंतर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों के लिए राजभवन के दरवाजे सदैव खुले हैं।
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सैनिकों के राष्ट्र निर्माण में योगदान की सराहना की और कहा कि उत्तराखण्ड,
जो ‘‘वीरों की भूमि’’ है, ने हर युद्ध और संकट में अपनी वीरता से राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है।
सीडीएस ने कहा कि भारतीय सशस्त्र सेनाएं आज तेजी से आधुनिक युद्ध प्रणाली और तकनीक की ओर बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि हम एक शांतिप्रिय राष्ट्र हैं, लेकिन अपनी संप्रभुता पर किसी भी प्रकार का खतरा बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने पूर्व सैनिकों की सराहना व्यक्त करते हुए कहा कि वे राष्ट्र की सीमा पर वो आँखें हैं जो राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने पूर्व सैनिकों की निस्वार्थ सेवा और राष्ट्र के प्रति समर्पण की सराहना की और युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
सीडीएस ने कहा कि देहरादून मिलिट्री स्टेशन में इंटीग्रेटेड वेटरन्स वेलनेस एंड सेवा केंद्र स्थापित किया जाएगा।
यह केंद्र पूर्ण रूप से तकनीक आधारित और पूर्व सैनिकों की सुविधा के लिए समर्पित होगा।
उन्होंने मुख्यालय उत्तराखण्ड सब एरिया पर इस परियोजना को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने का विश्वास जताया।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सरकार सेवारत और पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए सदैव तत्पर है।
रैली में जीओसी-इन-सी सेंट्रल कमांड ले. जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, जीओसी उत्तर भारत एरिया ले. जनरल डी.जी. मिश्रा,
जीओसी उत्तराखण्ड सब एरिया मेजर जनरल एम.पी.एस. गिल, वॉर वूंडेड फाउंडेशन के अध्यक्ष ले. जनरल असित मिस्त्री (से नि) व ब्रिगेडियर हरचरण सिंह (से नि) सहित,
अनेक अधिकारी तथा बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक उपस्थित रहे। रैली में 21 कंपनियों द्वारा जॉब फेयर, बैंकिंग सुविधाएं, राज्य सरकार की योजनाओं से संबंधित स्टॉल और निःशुल्क चिकित्सा शिविर भी आयोजित किए गए।