मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य को नमन करते हुए।
देश के लिये अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात वीर नारियों को भी सम्मानित किया।
कारगिल विजय दिवस अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लिये बलिदान देने की उत्तराखण्ड की परम्परा रही है।
कारगिल युद्ध में बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के वीर सपूतों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुती दी।
राज्य सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिये वचनबद्ध है। और परमवीर चक्र विजेता को 50 लाख से डेढ़ करोड़ रुपए की धनराशि देने की घोषणा कल ही कर दी गई थी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। छोटा राज्य होने के बावजूद देश की रक्षा में हमारा योगदान उल्लेखनीय रहा है।
सैनिक परम्परा वाले वीरभूमि उत्तराखण्ड में पीढ़ियों से लगभग हर परिवार से वीर व वीरांगनाएं देश की रक्षा में अपना योगदान दे रहे हैं।
हमें अपनी सैनिक परम्परा और देशभक्ति की विरासत पर गर्व हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से हमेशा देश का मान बढ़ाया है।
हमें अपने जवानों की वीरता पर गर्व है। भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य का लोहा पूरी दुनिया मानती है।
कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा।
कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, राजपुर विधायक खजान दास, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, कैंट विधायक सविता कपूर मौजूद रहे।