देहरादून-उत्तराखंड में जिहाद और मजार जिहादियों के खिलाफ धामी सरकार सक्रियता से अभियान चला रही है। इसके बावजूद कुछ घटनाएं निरंतर सामने आ रही हैं।
ऐसा ही नजारा देहरादून के दून स्कूल परिसर में देखने को मिला जहां कुछ लोगों ने मजार का निर्माण कर लिया। अब सवाल यह उठता है कि इतनी सुरक्षा के बाद भी स्कूल के अन्दर कोई बहारी आदमी प्रवेश कैसे कर गया ?
और फिर वहां पर मजार का निर्माण करने लगे स्कूल प्रशासन ने इस निर्माण का विरोध क्यों नही किया ?
किया स्कूल प्रशासन की भी इस मजार के निर्माणकर्ता के साथ मिली भक्ती थी!
तो हिंदू संगठनों के विरोध के बाद प्रशासन ने मामले को बढ़ने से पहले ही मजार को गिरा दिया। दून स्कूल प्रांगण में अप्रत्याशित रूप से मजार बनने से कई लोग हैरान हैं।
इतने प्रतिष्ठित संस्थान में मजार बनाने के पीछे की मंशा स्पष्ट नहीं हो पाई है। सूचना मिलने पर डीएम सविन बंसल ने त्वरित जांच के बाद मजार को ध्वस्त करा दिया।
वही उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स से इसको लेकर सवाल किया तो उन्होंने ज्यादा कुछ न बोलते हुए कहा कि इसका परीक्षण कर रहे हैं। क्या सही है क्या गलत है, यह जांच के बाद सामने आएगा।