रेलवे परियोजनाओं की स्वीकृति भारतीय रेलवे की एक सतत और गतिशील प्रक्रिया है।
रेलवे अवसंरचना परियोजनाएं लाभप्रदता, यातायात अनुमानों, अंतिम मील संपर्क और वैकल्पिक मार्गों, भीड़भाड़/संतृप्त लाइनों की वृद्धि,
सामाजिक-आर्थिक विचारों आदि के आधार पर, चालू परियोजनाओं की देनदारियों, कुल उपलब्ध निधियों और प्रतिस्पर्धी मांगों के आधार पर ली जाती हैं।
सहारनपुर से देहरादून (81 किमी) तक शाकंभरी देवी के माध्यम से नई रेल लाइन का सर्वेक्षण स्वीकृत किया गया है।
और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की तैयारी के लिए सर्वेक्षण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के अंतिम रूप दिए जाने के बाद, परियोजना की स्वीकृति के लिए विभिन्न हितधारकों,
जिनमें राज्य सरकारें शामिल हैं, से परामर्श तथा नीति आयोग, वित्त मंत्रालय आदि से आवश्यक अनुमोदन प्राप्त करना आवश्यक होता है।
चूंकि परियोजनाओं की स्वीकृति एक सतत और गतिशील प्रक्रिया है, इसलिए सटीक समय-सीमा निर्धारित नहीं की जा सकती।
यह जानकारी राज्यसभा में एक लिखित उत्तर के रूप में रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा प्रदान की गई।