चैकिंग के दौरान सिपाही पर गाड़ी चढ़ाने का किया प्रयास

सहारनपुर के तस्कर फंसे पुलिस की चेकिंग में।


 

देहरादून – चौकी आशारोडी बैरियर पर नियुक्त पुलिस कर्मियों ने चैकिंग के लिए बैरियर लगाकर सहारनपुर की ओर से आ रही गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे। पुलिस ने  इंडिगो मांजा संख्या: यू0के0-17-ए-1891  को रूकने का इशारा किया गया तो इंडिगो  चालक ने कार की स्पीड को तेज कर ड्यूटी पर नियुक्त कां0 पोपिन कुमार को जान से मारने की नियत से उस पर गाडी चढाने का प्रयास किया गया,

जिसमें पुलिस कर्मी ने पीछे हटते हुए बामुश्किल अपनी जान बचायी गयी। इस घटना व कार के सम्बन्ध में जानकारी कंट्रोल रूम व उच्चाधिकारियों को दी गयी तथा कंट्रोल रूम के माध्यम से संबंधित थानों को अवगत कराते हुए उस कार की चैकिंग के निर्देश दिये गये, साथ ही आशारोडी बैरियर पर नियुक्त पुलिस कर्मियों ने अपने निजी वाहन से उस कार का पीछा किया गया।

पुलिस की घेराबंदी से कार सवार व्यक्तियों   को शिमला बाइपास चौक के पास कार रॉयल दरबार के सामने छोड़कर मौके से फरार हो गये। कार की तलाशी लेने पर पुलिस को उसमें से भारी मात्रा में अवैध रूप से तस्करी कर लाया जा रहा मुर्गे तथा बकरे का मांस बरामद हुआ। घटना के सम्बन्ध में कां0 पोपिन कुमार द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर थाना क्लेमेन्टाउन पर मु0अ0सं0: 13/24 धारा: 307/333/353 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया।

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फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी को पुलिस टीमों ने आस-पास के क्षेत्र व आने जाने वाले रास्तों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक किया गया तथा अभियुक्तों के सम्बन्ध मे जानकारी प्राप्त करने के लिये जांच करते हुए स्थानीय मुखबिर तत्रं को सक्रिय किया गया।

मौके से बरामद वाहन को पुलिस ने कब्जें में लेकर कार स्वामी के सम्बन्ध में जानकारी की गई तो  वाहन सुनील जोशी पुत्र सुरेन्द्र जोशी निवासी: ग्रा0 सिसोडा भगवानपुर हरिद्वार मूल निवासी: टिहरी के नाम पर दर्ज होना ज्ञात हुआ। जिस पर कार स्वामी से सम्पर्क करने पर उसने कार को वर्ष 2015 में फाइनेंस कराने तथा किश्त न दे पाने पर वर्ष 2017 में रूडकी स्थित आई0एस0 मोटर कम्पनी द्वारा रिकवरी में उठाकर ले जाने की बात बताई गई।

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आई0एस0 मोटर रूडकी से सम्पर्क कर उस कार  के सम्बन्ध में जानकारी ली गई तो उनके द्वारा बताया गया कि इस कार को उन्होंने वर्ष 2018 में देवबंद के रहने वाले अयूब नाम के व्यक्ति को बेच दिया था। उसने 02 माह पूर्व कार को देवबंद निवासी शमशाद को बेचे जाने की बात बताई गई। पुलिस टीम द्वारा शमशाद से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया पर उससे कोई सम्पर्क नही हो पाया।

सीसीटीवी फुटेज से पुलिस टीम को चारों सदिग्ध अभियुक्तों की फोटो प्राप्त हुई, जिससे स्थानीय मुखबिर तंत्र को अवगत कराते हुए अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी। पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही तथा प्रयासों के परिणाम स्वरूप पुलिस टीम द्वारा कार सवार एक अभियुक्त शादमान पुत्र इरशाद निवासी बाईजोलक देवबंद को टर्नर रोड के पास से गिरफ्तार किया गया।

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अभियुक्त से पूछताछ में उसके द्वारा कार सवार अन्य तीन व्यक्तियों के नाम हीरा निवासी देवबंद, चांद पुत्र शाहिद निवासी पठानपुरा देवबंद तथा जैद निवासी मौ0 सरसटा देवबंद बताया गया। अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वाहन से बरामद मांस को वे सहारनपुर से देहरादून लेकर आ रहे थे, जिसके उनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे। वाहन को चांद पुत्र शाहिद चला रहा था, जिसके पास ड्राइंविग लाइसेंस तथा वाहन से सम्बन्धित कोई भी कागजात नहीं थे।

कार को वह देवबंद निवासी शमशाद नाम के व्यक्ति से मांगकर लाया था। आशारोडी के पास पुलिस की चैकिंग को देखकर हम घबरा गये तथा पकडे जाने के डर से हमारे द्वारा वाहन को तेज गति से भगा दिया। अभियुक्त से पूछताछ के आधार पर मुकदमें में धारा 34 भादवि की बढ़ोतरी की गयी है।तीन फरार शातिरों की पुलिस तलाश कर रही है।

 

 

 

 

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