देहरादून- उत्तराखंड के मदरसों में मिल रही अनियमितताओं की शिकायतों पर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानुनगो ने मंगलवार को देहरादून के तीन मदरसों पर औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे जहां उन्हें मदरसों में कई अनियमितताएं मिलीं।
आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानुनगो ने इन अनियमितताओं पर शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक विभाग को जिम्मेदार ठहराया जबकि मदरसों की समय से मैपिंग ना होने पर सभी जनपदों के जिलाधिकारी को दिल्ली तलब करने की भी तैयारी की जा रही है।
उत्तराखंड के मदरसों में चल रही कई अधिनियमिताओं की शिकायत का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम मंगलवार को देहरादून के तीन मदरसों में औचक निरीक्षण के लिए पहुंची टीम ने मदरसों में उत्तर प्रदेश और बिहार से लाए गए हैं।
बच्चों को रेस्क्यू किया तो वहीं दो मदरसों में हिंदू बच्चे इस्लाम धर्म की शिक्षा लेते हुए भी पाए गए राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने मदरसों में हिंदू बच्चों के शिक्षा लेने के मामले में उत्तराखंड शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक आयोग को जिम्मेदार बताते हुए कहा है कि एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
जिसके आधार पर प्रदेश के 400 से ज्यादा अवैध मदरसों पर कार्यवाही की जाएगी इसके साथ ही उत्तराखंड के मदरसों की समय पर मैपिंग ना होने से नाराज राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों को भी दिल्ली तलब करने जा रहा है।
आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि मदरसों को एक्ट के जरिए बनाया जाता है उसमें इस बात का जिक्र है कि मदरसे केवल इस्लामी शिक्षा देने का स्थान है जहां हिंदू बच्चों का कोई काम नहीं है आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि सभी हिंदू बच्चों के परिवार से भी बात की जा रही है कि मदरसों में बच्चो को पढ़ाने के लिए उनकी सहमति थी या नहीं।