देहरादून – कोविड 19 के आने से लोगों ने बचाव के लिए मुंह पर मास्क पहनना शुरू कर दिया था। लेकिन जैसे ही कोरोना कल समाप्त हो रहा है, लोग फिर उसी पुराने डरे पर चल पड़े हैं।
जबकि कोरोना हमें एक सिखाया यह भी था कि आप अपने को बचाएं और स्वच्छ हवा सेवन करें व आपके शरीर में कोई कीटाणु ना प्रवेश कर पाएं इसीलिए मास्क का इस्तेमाल करते थे।
लेकिन आज की स्थिति यह है कि सड़कों पर बारीक धूल मिट्टी उड़ती है जो सीधा हमारे शरीर के अंदर जाने अनजाने जा रही है और इसे रोकने का एक यही तरीका है।
जैसा कि देहरादून से हरिद्वार को जानें वाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोहकमपुर पर रेलवे लाइन पर बने फ्लाईओवर को लगभग 5 से छः साल हो चुके हैं होगें।
और इसकी स्थिति यह है कि फ्लाईओवर के दोनों तरफ की सड़क टूट चुकी थी और आप जैसे की फोटो में देख रहे हैं कैसे जब गाड़ियां जाती है तो गाड़ी के टायर से ये धूल के कण हवा में उड़ जाते हैं।
इन धूल कणों से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं टू व्हीलर चलने वालों को इससे ज्यादा परेशानी होती है क्योंकि सड़क की धूल मिट्टी सीधा उनके नाक से होते हुए।
फेफड़ों में जाती है और फेफड़ों को चौक कर देती है, इसीलिए ज्यादातर लोगों को श्वास की भी समस्या हो जाती है, अब हालात यह है कि अमूमन सड़कों पर इसी प्रकार का नजारा देखने को मिल ही जाता है।
इस ओर ना तो नगर निगम कभी ध्यान देता है,और ना ही राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी इस पर ध्यान देते हैं कि सड़क के दोनों तरफ इकट्ठी हुई धूलमिट्टी की सफाई की जाए और आने जाने वाले वाहनो से यह धूल मिट्टी ना उड़ तभी प्रदेश में पॉल्यूशन फ्री का नजर भी दिखाई देगा।
