देहरादून:- दून का दिल घण्टाघर है जब दिल ही सुरक्षित नहीं है तो बाकि शहर में अपराध कैसे रूक पायेगा जबकि घण्टाघर के आसपास हर समय पुलिस की तैनाती रहती है और दो सौ से तीन सौ मीटर पर पुलिस चौकी भी है, फिर भी ऐसे में घण्टाघर में किसी अज्ञात ने शासकीय सम्पत्ति को क्षति पहुंचाई।
“अपने आप में पुलिस पर प्रश्न चिन्ह लगता है ?”
सरेआम किसी ने घण्टाघर में स्थापित मोटर, फ्लड लाईट की तारों को काट दिया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाई।
घण्टाघर को क्षतिग्रस्त करने के सम्बन्ध में अधिशासी अभियन्ता, नगर निगम देहरादून ने चौकी प्रभारी, धारा चौकी को प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किये जाने हेतु पत्र सं0-626,10 सितम्बर 24 प्रेषित किया गया है।
घटना की जांच के सम्बन्ध में 11 सितम्बर 24 को अधोहस्ताक्षरी, अपर नगर आयुक्त, अधिशासी अभियन्ता, नगर निगम, क्षेत्राधिकारी नगर, निरीक्षक कोतवाली, नगर ने मौके पर जाकर संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान मौके पर घड़ी से जुड़े हुए तारों का कटा होना पाया गया, परन्तु सभी उपकरण एवं घड़ियाँ सुरक्षित पाये गये, विद्युत संयोजन क्षतिग्रस्त होने एवं स्पीकरों के कार्य न करने का कारण घड़ियों बन्द पायी गयी। मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर घटना स्थल की फोटोग्राफी / वीडियोग्राफी करवायी गयी।
घण्टाघर देहरादून शहर की मुख्य धरोहर एवं आकर्षण का केन्द्र हैं, इसलिए प्रकरण की गम्भीरता एवं घण्टाघर के सम्मान को देखते हुए अधोहस्ताक्षरी द्वारा मौके पर उपस्थित रहकर तत्काल विद्युत तारों को सुव्यवस्थित कराते हुए।
घण्टाघर की समस्त 06 घडियों को कियाशील कराया गया। वर्तमान में सभी 06 घड़ियों पूर्व की भांति सही प्रकार से कार्य कर रहीं हैं। इसके अतिरिक्त भविष्य में किसी भी प्रकार की घटना को रोकने एवं घण्टाघर की सुरक्षा को देखते हुए।
मौके पर उपस्थित रहकर 06 सी०सी०टी०वी० कैमरा नगर निगम द्वारा घण्टाघर के चारों ओर लगा दिये गये हैं। घटना की गम्भीरता को देखते हुए इस सम्बन्ध में कार्यालय पत्र सं0-1042/एस0टी0/2024, 11 सितम्बर 24 के द्वारा प्रकरण की विभागीय जांच करने के लिए वीर सिंह बुदियाल, अपर नगर आयुक्त को जांच अधिकारी नामित करते हुए तीन दिन के अन्दर स्पष्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है।