भ्रष्टाचार की जननी है कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगी दल इसमें भागीदार -मुख्यमंत्री धामी।
नई दिल्ली- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने नई दिल्ली प्रवास के दौरान कहा कि इस बार का चुनाव विकास पर हो रहा है। इस बार का चुनाव दो धाराओं के बीच का चुनाव है।
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जो विकसित भारत बनाने का कार्य कर रहे हैं,आज हर एक भारतवासी का मस्तक गर्व से ऊंचा हो दुनिया में उसके लिए प्रधानमंत्री मोदी काम कर रहे हैं, दूसरी तरफ ऐसी पार्टियां और गठबंधन है जो कहते हैं कि देश बचे न बचे न लेकिन हमारा परिवार बचना चाहिए।
यह लोगों को तय करना है कि उन्हें कौन चाहिए। आज देश विकास की तरफ चल पड़ा है और ऐसे गठबंधनों से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। लोग जब अपने दिल पर हाथ रखते हैं तो उनको लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दस साल के कालखंड में अपना एक एक पल और एक एक क्षण देश के 140 करोड़ लोगों के लिए लगाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भ्रष्टाचार की बात वो लोग करते हैं, जिनका इतिहास ही घोटालों का रहा है। ऐतिहासिक रूप से यह कार्य किसी ने किया है तो ये कांग्रेस एवं उसके गठबंधन सहयोगियों ने किया है। ऐसे लोग प्रधानमंत्री मोदी के बारे में क्या बात करेंगे जिनका पूरा जीवन क्रिस्टल क्लियर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समान नागरिक सहिंता को लेकर कुछ भ्रम फैलाने की कोशिश की गई है। देश की आजादी से लेकर अब तक भारतीय जनसंघ का यह संकल्प रहा है कि हम इसे लेकर आएंगे और जब देश का संविधान बन रहा था,
तब संविधान के अनुच्छेद 44 में इसका प्रावधान किया गया है कि राज्य या केंद्र इसे कभी भी लागू कर सकते हैं। जब 2022 में उत्तराखंड का विधानसभा चुनाव हुआ तो हमने समान नागरिक सहिंता को लाने का संकल्प लिया था।
हमने इसका प्रस्ताव जनता के समक्ष रखा था की हम देवभूमि के सभी वर्गों के लिए इसे लेकर आएंगे और इसे लेकर जनता ने हमे मैंडेट दिया और हमने अपना वायदा निभाने का काम किया।
यह प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी है जो उत्तराखंड में पूरी हो गयी है। यूसीसी की यह गंगोत्री उत्तराखंड से निकली है, पूरे देश को यह लाभ देने का काम करेगी।
उन्होंने कहा कि हमने इस एक्ट पर बहुत कार्य किया है, विद्वान लोगों ने इसे बनाया है। उत्तराखंड में यह लागू हो गया है और मेरी तो यह इच्छा है कि भारत के प्रत्येक राज्य को इसका लाभ लेना चाहिए।
उन्होंने राहुल गांधी के बाबत पूछे सवाल पर कहा कि मैंने जितनी बार भी सोचा कि वह सीरियस हो जाएंगे, उन्होंने हमेशा निराश किया। ऐसे व्यक्ति को क्या सुझाव दिया जा सकता है।
उन्होंने अतिक्रमण के खिलाफ प्रदेश में अभियान को लेकर कहा कि आज देश के अंदर जो भी अच्छा कार्य होता है या विधि के अनुसार कार्यवाही होती है तो तुष्टिकरण करने वाले लोगों को दिक्कत होती है।
और एक वर्ग को टारगेट करने के आरोप लगाए जाते हैं लेकिन अगर सरकारी जमीनों पर कब्जे हों और उसे हटाना अगर आप कहेंगे कि किसी वर्ग विशेष के खिलाफ है तो हम कानून के हिसाब से काम करने वाले हैं और उसी हिसाब से कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के बारे में मैं जितनी बार अच्छा आंकलन करता हूँ तो लगता है कि अब ठीक हो जाएंगे, लेकिन वो हर बार मुझे ही गलत साबित कर देते हैं।
आज देश दुनिया मे प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बढ़ गयी है, जब वह तानाशाही वाली बात कहते हैं।
तो लगता है उन्होंने केवल अपनी दादी की जीवनी पड़ी है। किस प्रकार से देश में आपातकाल थोपा गया था। वो था तानाशाह का समय इनकी बातों पर हमें हंसी आती है।
