चमोली – जिला प्रशासन और बचाव टीम के द्वारा सूचित किया गया की हाल ही में हुए हिमस्खलन घटना में प्रभावित श्रमिकों की संख्या अब 54 रह गयी है, जो पहले 55 बताई गई थी। और चार लापता व्यक्तियों की खोज जारी है।
वही हिमखलन के नीचे से निकल गए श्रमिकों को मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज जारी है सभी श्रमिक लगभग स्वस्थ हैं और कुछ समय अस्पताल में डॉक्टरों की देखरेख में रहने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
सेना के बचाव अभियान दल में कुल 8 हेलीकॉप्टर जिसमें सेना के 05 हेलीकॉप्टर, वायु सेना के 02 हेलीकॉप्टर और 01 सेना द्वारा किराए पर लिए हुए सिविल हेलीकॉप्टर से सभी बचाए गए व्यक्तियों को माणा पोस्ट से जोशीमठ मिलिट्री अस्पताल (MH) पहुंचाया गया है और उनका उपचार चल रहा है।
इसके अतिरिक्त, जैसा कि आर्मी कमांडर, सेंट्रल कमांड ने कल बचाव अभियान हेतु अतिरिक्त सहायता भेजने के लिए बताया था एक ड्रोन-आधारित इंटेलिजेंट बौरीड ऑब्जेक्ट डिटेक्शन सिस्टम (Drone-Based Intelligent Buried Object Detection System) दिल्ली से मंगाई गई है।
जिसे MI-17 हेलीकॉप्टर के सहायता से जोशीमठ पहुंचाया जा चुका है। यह उपकरण चल रहे खोज और बचाव अभियानों में सहायता करेगा।राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 17 सदस्यीय टीम भी माणा में बचाव अभियानों में मदद के लिए पहुंच चुकी है।
सेना द्वारा बचाव अभियान में निम्नलिखित उपकरणों का भी उपयोग किया जा रहा है, UAV, 5 क्वाडकॉप्टर्स, 3 मिनी RPA ड्रोन। तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू टीम के दो सदस्य।हिमस्खलन बचाव डॉग रॉबिन शामिल हैं।