रुड़की में दलित नेता योगेश प्रमुख पर हुए हमले के बाद अब मामला तूल पकड़ चुका है।
रविवार को दलित समाज और कई संगठनों ने सिविल लाइंस कोतवाली का घेराव कर आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग उठाई।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर 48 घंटे में सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।
मौके पर पहुंचे एसपी देहात शेखर चंद सुयाल ने कार्रवाई का आश्वासन देकर भीड़ को शांत किया लेकिन दलित संगठनों का आक्रोश साफ झलकता रहा।
नेशनल भीम आर्मी, जय भीम संगठन और रविदास धाम ट्रस्ट से जुड़े सैकड़ों लोग कोतवाली के बाहर जमा हो गए।
जैसा की शुक्रवार की शाम कार सवार कुछ हमलावरों ने दलित नेता योगेश प्रमुख पर जानलेवा हमला किया था,
जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हुए थे और उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया था।
इस घटना के बाद से ही दलित संगठनों में रोष फैल गया था।लेकिन दलित संगठनों का आक्रोश साफ झलकता रहा।
नेशनल भीम आर्मी, जय भीम संगठन और रविदास धाम ट्रस्ट से जुड़े सैकड़ों लोग कोतवाली के बाहर जमा हो गए।
लेकिन दलित संगठनों का आक्रोश साफ झलकता रहा। नेशनल भीम आर्मी, जय भीम संगठन और रविदास धाम ट्रस्ट से जुड़े सैकड़ों लोग कोतवाली के बाहर जमा हो गए।
भीम आर्मी जय भीम के प्रदेशाध्यक्ष अंकुश शेरवाल ने कहा कि यह हमला किसी व्यक्ति पर नहीं बल्कि पूरे दलित समाज की आवाज़ पर हमला है।
वहीं प्रदेश प्रभारी सोनू लाठी ने भी सख्त कार्रवाई की मांग दोहराई।एसपी देहात शेखर चंद सुयाल ने बताया कि दो आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
और हमले में इस्तेमाल गाड़ी भी ज़ब्त कर ली गई है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है और पुलिस किसी भी दोषी को बख्शेगी नहीं।
फिलहाल, एसपी के आश्वासन के बाद भीड़ शांत हो गई, लेकिन दलित समाज ने साफ कहा है कि अगर 48 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई तो सड़क पर उतरने में देर नहीं लगेगी।