उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय एवं कुमाऊं रेजिमेंट के बीच कौशल आधारित स्नातक एवं परास्नातक पाठ्यक्रमों को लेकर एमओयू साइन किया गया है।
यह समझौता ज्ञापन सैन्य अधिकारियों, जवानों एव अग्निवीरों सहित सैनिक आश्रितों को उच्च शिक्षा तथा कौशल विकास के लिये नये अवसर उपलब्ध करायेगा।
इसके साथ ही कुमाऊं रेजीमेंट सेंटर में विश्वविद्यालय के डिस्टेंस लर्निंग सेंटर की औपचारिक शुरूआत भी कर दी गई है।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा अभियान के तहत रानीखेत में कुमाऊं रेजिमेंट तथा विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच कौशल आधारित स्नातक, परास्नातक,
डिप्लोमा एवं सार्टिफिकेट पाठ्यक्रमों को लेकर एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया है।
जिसके तहत विश्वविद्यालय रेजिमेंट के सेवारत सैन्य अधिकारियों, जवानों, अग्निवीरों एवं सैनिक आश्रितों को उच्च शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रम उपलब्ध करा सकेंगे।
जिसमें एस्टेट मैनेजमेंट, हॉस्पिटालिटी मैनेजमेंट, डिजिटल लिटरेसी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,
कंप्यूटर विज्ञान एवं नैनो प्रौद्योगिकी जैसे पाठ्यक्रम शामिल है।
कार्यक्रम में कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर संजय कुमार यादव ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय के साथ एमआयू साइन होने से,
रेजिमेंट के सैन्य अधिकारियों, जवानों और विशेषकर अग्निवीरों को कौशल आधारित पाठ्यक्रमों का लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सैन्य जवनों को इसका लाभ न केवल सेवा काल में मिलेगा बल्कि सेवा उपरांत भी उन्हें उत्कृष्ट अवसर मिलेगें।
उन्होंने इस पहल को सैन्य समुदाय की शिक्षा, क्षमता वृद्धि और भविष्य निर्माण के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। इस दौरान उन्होंने स्किल इन्हेंसमेंट कोर्सेज के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी ने आश्वस्त किया कि,
कुमाऊं रेजीमेंट द्वारा सुझाये गये कौशल आधारित पाठ्यक्रमों को प्राथमिकता के साथ विकसित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सैन्य समुदाय के शैक्षणिक विकास एवं कौशल उन्नयन में विश्वविद्यालय निरंतर अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा।
प्रो. लोहनी ने कहा कि यह एमओयू सैथ्नकों और अग्निवीरों के लिये गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, पेशेवर प्रशिक्षण और कौशल विकास का नया अध्याय सिद्ध होगा।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय सेवा के निदेशक प्रो. गिरीजा पाण्डेय ने विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित किये जाने वाले केन्द्रों और उनकी सुविधाओं व उपयोगिताओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी, कुलसचिव खेमराज भट्ट, प्रो. गिरिजा पाण्डेय, डॉ. जे.एस. रावत,
रूचि आर्य सहित कुमाऊं रेजिमेंट के सैन्य अधिकारी व विश्वविद्यालय के अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय एवं कुमाऊं रेजीमेंट के बीच हुये समझौता ज्ञापन राज्य सरकार के सभी तक उच्च शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करने के संकल्प का प्रतिफल है।
यह पहल हमारे सैन्य जवानों को कौशल आधारित उच्च शिक्षा उपलब्ध करायेगी। साथ ही उन्हें भविष्य के लिये अधिक सक्षम, आत्मनिर्भर और प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।-