हरिद्वार- सतयुग में श्रवण कुमार ने अपने अंधे माता-पिता को देव दर्शन करने के लिए अपने कंधे पर बैठा कर यात्रा पर निकले थे,ठीक उसी प्रकार से हिमाचल प्रदेश के दो भाई हिमाचल प्रदेश के बद्दी से अपनी मां को उत्तराखंड की चार धाम की तीर्थ यात्रा पर लेकर निकले हैं।
तेजपाल की मां चलने में असमर्थ थी इसलिए तेजपाल ने श्रवण कुमार की तरह अपनी मां को कंधे पर लेकर निकले तो उनके साथ में छोटा भाई भी अपनी मां को तीर्थ यात्रा कराने मैं अपने बड़े भाई का साथ निभाते हुए धर्म नगरी हरिद्वार भी पहुंचे।
हरिद्वार पहुंचने पर उन्होंने अपनी मां राजेश्वरी को मनसा देवी मंदिर समेत कई मंदिरों के दर्शन कराए। हरिद्वार में दर्शन के बाद अब दोनों भाई चार धाम यात्रा के लिए रवाना हो गए है। यमुनोत्री गंगोत्री केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट खुलने में अभी लगभग 60 दिनों का अंतराल है और इस अंतराल को यह दोनों भाई पैदल चलकर पूरा करेंगे।
हिमाचल के बद्दी से आए तेजपाल के अनुसार वे 6 महीने तक इसी तरह पैदल यात्रा करेंगे और इसके बाद अयोध्या में रामलाल के दर्शन करने के लिए जाएंगे।
