Miserable condition:-प्रदेश की स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था खस्ताहाल-प्रीतम सिंह

देहरादून -प्रदेश की बदहाल होती स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्स्था के खिलाफ आज पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में आज कांग्रेसजनों ने प्रदेश के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ धनसिंह रावत के आवास पर एक दिवसीय धरना देते हुए प्रदेश की स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था में अमूल-चूल परिवर्तन तथा महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव कराये जाने की मांग की।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य की भाजपा सरकार के राज में प्रदेश की स्वास्थ्य एवं शिक्षा सेवाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि जहां राज्य की स्वास्थ्य सेवायें खस्ताहाल हो चुकी हैं वहीं शिक्षा व्यवस्था शिक्षकों की कमी के कारण बदहाल हो चुकी है।

राज्य के सरकारी चिकित्सालयों में आम आदमी को उपचार नहीं मिल पा रहा है तथा शिक्षकों की कमी के कारण राज्य के सरकारी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आम आदमी को मजबूर होकर महंगे निजी चिकित्सलयों की शरण लेनी पड़ रही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले से ही आरोप लगाती आई है कि राज्य की स्वास्थ्य सेवायें चौपट हो चुकी हैं। राज्य के चिकित्सालयों में न तो चिकित्सक हैं और न ही चिकित्सा कर्मी व दवाई ऐसे में आम जनता का क्या होगा?

प्रीतम सिंह ने प्रदेश की बिगडती स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सरकार को आढे हाथों लेते हुए कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं पर बडे-बडे दावे करने वाली भाजपा सरकार के मुखिया को अपना उपचार कराने दिल्ली जाना पड था।

राज्य के बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर तंज कसते हुए कहा कि ऋषिकेश एम्स में मशीनों की खरीद एवं नियुक्तियों में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। विश्व स्तरीय चिकित्सा का दावा करने वाले ऋषिकेश एम्स में मरीजों को सही उपचार नहीं मिल पा रहा है।

प्रीतम सिंह ने कहा कि यही हाल राज्य की शिक्षा व्यवस्था का भी है। राज्य के विद्यालयों में शिक्षकों का भारी टोटा बना हुआ है सरकारी अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं उन पर विभागीय मंत्री का कोई नियंत्रण नहीं है। अपनी सरकार की कमजोरियों के कारण राज्य के महाविद्यालयों में छात्र संघ के चुनाव तक कराने में राज्य का शिक्षा मंत्रालय असमर्थ है।

धरने में उपस्थित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों को पीपीपी मोड पर दे रही है जिससे उसका निकम्मापन उजागर हो गया है। राज्य में पूरी तरह से ध्वस्त स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के चलते तथा खस्ताहाल,

चिकित्सालयों में डॉक्टरों की कमी की वजह से मात्र शक्ति को सड़कों पर तथा शौचालयों में प्रसव करने को मजबूर होना पड़ा रहा है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था राम भरोसे है।

धरने में विधायक लखपत बुटोला पूर्व विधायक राजकुमार, ब्लाक प्रमुख चकराता निधि राणा, ब्लाक अध्यक्ष अमर सिंह,  पूर्व ब्लाक अध्यक्ष कालसी सरदार सिंह, राजीव पुंज, नवनीत , राजेश शर्मा ,श्याम सिंह, रजनीश पंवार, दिलीप सिह,

हरीश राजगुरू, नीनू सहगल, संजय कद्दू अनीता निराला, संदीप चमोली, भूपेंद्र नेगी, पार्षद रमेश कुमार मंगू,गौरव चौधरी,प्रतिमा सिंह,पार्षद अहात खान,मनीष कुमार,मोहन गुरुंग,अर्जुन सोनकर,आनंद त्यागी,प्रवीण त्यागी, रॉबिन त्यागी,

विनीत भट्ट,अनूप कपूर,राजेन्द्र शाह,अनिल नेगी, अभिनव थापर, संतोष कुमार, पीयूष जोशी राजू प्रजापति , गुरु चरण कौशल ,विकास नेगी, राहुल प्रताप ,विपुल नौटियाल , प्रमोद गुप्ता उपस्थित थे।

 

 

 

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