यही एक आसन है जो खाना खाने के बाद भी कर सकते है

वज्रासन (वज्र आसन)


देहरादून – योग आसनों में से यह आसन बहुत महत्वपूर्ण है और यही एक आसान है जो आप भोजन करने के बाद भी कर सकते हैं और इस आसन को करने से आपकी पाचन क्रिया में मदद करता है।

साथ ही इसे ध्यान मुद्राओं में से एक माना जाता है। ध्यान के लिए इसका अभ्यास करते समय अंतिम चरण में अपनी आंखें बंद कर लेनी चाहिए। स्थिति: दण्डासन।

इस आसन को करने की सही तकनीक

पैरों को एक साथ फैलाकर बैठें, हाथ शरीर के बगल में, हथेलियाँ ज़मीन पर टिकी हुई, उंगलियाँ आगे की ओर हों।

दाहिने पैर को घुटने से मोड़ें और पैर को दाहिने नितंब के नीचे रखें।इसी प्रकार बाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर को बाएं नितंब के नीचे रखें।

दोनों एड़ियों को इस प्रकार रखें कि बड़े पैर की उंगलियां एक-दूसरे को छूएं और नितंबों की स्थिति एड़ियों के बीच की जगह पर होती है।

दोनों हाथों को अपने-अपने घुटनों पर रखें।रीढ़ की हड्डी सीधी रखें, सामने देखें या आंखें बंद कर लें।मूल स्थिति में लौटते समय दाहिनी ओर थोड़ा झुकें, अपना बायां पैर बाहर निकालें और फैलाएं।

इसी तरह अपने दाहिने पैर को फैलाएं और मूल स्थिति में लौट आएं।विश्रामासन में आराम करें।

इस आसन को करने के फ़ायदे

यह आसन जांघ की मांसपेशियों और पिंडली की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।यह आसन पाचन के लिए अच्छा है। यही एक आसान है जो खाने के बाद भी किया जा सकता है और रात्रि के भजन के बाद खाने को पचाने के लिए वज्रासन  को करना चाहिए।

यह शरीर को मजबूत आधार प्रदान करता है और रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

चेतावनी

बवासीर से पीड़ित व्यक्तियों को इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।जो लोग घुटने के दर्द और टखने की चोट से पीड़ित हैं उन्हें इस अभ्यास से बचना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *