देहरादून – प्रदेश भर से आई हजारों अगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों अपनी मांगों को लेकर विधानसभा कूच किया। पुलिस ने विधानसभा से पहले ही बैराकटिंग लगाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को रोक लिया आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों ने बैराकटिंग पर पुलिस जोर आजमाइश करते हुए आगे बढ़ाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। धरने पर बैठ गई और सरकार विरोध में नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों के समाधान करने के लिए कहा आ रही है।
आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को भारत सरकार रुपए 4500 तथा राज्य सरकार ने 4800 मानदेय दिया जाता है एवं सहायिकाओं को भारत सरकार 2250 रुपए तथा राज्य सरकार 3000 रूपए का मानदेय दिया जाता है। कई राज्यों में आंगनबाड़ी कर्मचारी का अतिरिक्त मानदेय भी दिया जाता है। कर्मचारियों का मानदेय 5 वर्ष में एक बार संशोधित होता है लेकिन हमे कोई महंगाई भत्ता या वेतन वृद्धि नहीं दी गई है।
श्रम कानून के तहत मिलने वाले लाभ जैसे ग्रेच्युटी, पेंशन, भविष्य निधि, और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी हमे नहीं मिलता। वर्तमान महंगाई को देखते हुए और कार्य की अधिकता को देखते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय बहुत कम है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का सरकार द्वारा अत्यधिक शोषण किया जाता है।