
बिना बन्धों के प्राणायाम अधूरा
प्राणायाम में उपयोगी बन्धक देहरादून –योगासन एवं प्राणायाम से हमारे शरीर में जिस शक्ति का बहिर्गमन होता है, उसे हम बन्धों के द्वारा रोककर अन्तर्मुखी करते हैं। बन्ध का अर्थ ही है बाँधना, रोकना। ये बन्ध प्राणायाम में अत्यन्त सहायक हैं। बिना बन्धों के प्राणायाम अधूरे है। इन बन्धों का क्रमशः वर्णन यहाँ किया जा…